जमशेदपुर: जिले के बिष्टुपुर थाना के सेमिनार हॉल में भारत सरकार के सी डेक के अधिकारियों के साथ जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी और थाना प्रभारियों की बैठक हुई. इस मीटिंग में साइबर क्राइम से निपटने के लिए जिले में बैलेंस साइबर फॉरेंसिक लैब बनाने को लेकर चर्चा हुई.
साइबर क्राइम जिला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. इससे निपटने के लिए पुलिस लगातार आम जनता के बीच जाकर जागरूकता अभियान चला रही है. इसके साथ साइबर क्राइम की टीम जिला पुलिस को तकनीक की जानकारी दे रहे हैं. लेकिन शहर में साइबर क्राइम कम नहीं हो रहा है.
साइबर क्राइम से निपटने के लिए झारखंड सरकार और भारत सरकार की सी डेक कंपनी के साथ एएमयू तैयार किया गया है. जिसके तहत राज्य के सभी जिले में पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को सी डेक कंपनी के द्वार प्रशिक्षण दिया जाएगा.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक अनूप बिरथरे ने कहा कि साइबर क्राइम जिला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इससे नपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयारी कर रही है. उन्होंने बताया कि जमशेदपुर में झारखंड का पहला साइबर फॉरेंसिक लैब जल्द बनाया जाएगा. इसके जरिये लैपटॉप, मोबाइल से डिलीट डाटा को भी रिकवर किया जा सकता है, जिससे अपराधियों की गिरफ्तारी में काफी मदद मिलेगी. अनूप बिरथरे ने बताया कि झारखंड में पांच जगहों पर साइबर फॉरेंसिक लैब बनाया जाएगा.