जमशेदपुर: कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सिविल सर्जन के माध्यम से सभी ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है कि सभी दवा दुकानदार को निर्देशित करें कि फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं के खरीदारों की संपूर्ण जानकारी एकत्रित कर कोविड-19 कंट्रोल रूम या जिला प्रशासन को हर रोज उपलब्ध कराएं.
वहीं, सभी निजी प्रैक्टिसनर और चिकित्सक को भी निर्देश दिया गया है कि वे फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की संपूर्ण जानकारी एकत्रित कर कोविड-19 कंट्रोल रूम और जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं. जिला प्रशासन के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के उद्देश्य से हर एक पहलू पर विशेष रूप से निगरानी की जा रही है. वहीं, जिला प्रशासन ने कहा कि उक्त जानकारी से यह पता लगाया जा सकेगा कि कहीं हाल के दिनों में फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं की बिक्री में बढ़ोतरी तो नहीं हुई है.
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बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण फ्लू, सर्दी, सूखी खांसी, गले में हल्के दर्द की शिकायत होती है जो आमतौर पर साधारण फ्लू की तरह ही होती है, लेकिन 2 से 3 दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने तकलीफ होती है और धीरे-धीरे उसकी तकलीफ बढ़ जाती है. वहीं, लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को साधारण फ्लू समझने की भूल न करे इसलिए यह जरूरी है कि जो लोग फ्लू कि दवा खरीद रहे हैं, उनकी पूरी जानकारी जिला प्रशासन के पास उपलब्ध हो जिसके आधार पर कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए रणनीति बनाई जा सके.