जमशेदपुर: नागरिक सुरक्षा समिति ने जेल में बंद नक्सली कानू मुंडा पर आधारित बनने वाली डायरेक्टर इकबाल दुर्रानी की फिल्म का विरोध कर रही हैं. इस संदर्भ में समिति ने जिला प्रशासन को मांग पत्र सौंपा है. समिति के केंद्रीय अध्यक्ष का कहना है कि ऐसे में समाज विरोधी काम करने वालों का मनोबल बढ़ेगा और समाज पर गलत प्रभाव भी पड़ेगा.
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गौरतलब है कि फिल्म निर्माता निदेशक इकबाल दुर्रानी ने 9 फरवरी को जमशेदपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया था कि जेल में बंद नक्सली एरिया कमांडर कानू मुंडा पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. इस फिल्म का नाम 'घाटशिला' होगा.
इस बात की जानकारी मिलते ही नागरिक सुरक्षा समिति ने संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को मांगपत्र सौंपा है. नागरिक सुरक्षा समिति के केंद्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र ने बताया है कि समिति नक्सली के खिलाफ लड़ाई लड़ती आ रही है और उनके दबाव के कारण कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर चुके हैं. लेकिन वर्तमान में सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं जेल से सजा काटने के बाद वापस फिर संगठन से जुड़ जाते हैं और सरकार की योजना का लाभ उठाते हैं. शैलेंद्र ने कहा कि आम जनता के साथ-साथ पुलिस भी नक्सली हिंसा की शिकार हुई है ऐसे में जेल में बंद नक्सली कानू मुंडा पर फिल्म बनेगी तो इनका मनोबल बढ़ेगा, जिसका समाज पर गलत प्रभाव पड़ेगा.