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जमशेदपुरः इलाज के लिए तड़पती रही महिला, अस्पताल प्रबंधन ने की अनदेखी

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Published : Aug 2, 2020, 12:49 PM IST

जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित टिनप्लेट अस्पताल में एक मरीज का इलाज करने के बजाए फर्श पर लिटा दिया गया. बताया जा रहा है कि पीड़िता का एक पैर टूटा हुआ था और ऑपरेशन के लिए कहा गया था. लेकिन बिना इलाज के ही उसे घर लौटा दिया गया.

Case of negligence of Tinplate hospital management
फर्श पर मरीज

जमशेदपुरः गोलमुरी स्थित टिनप्लेट अस्पताल में शनिवार को एक महिला रोगी को फर्श पर लिटा दिया गया, इसके बाद उसे अपने गोलमुरी स्थित घर भेज दिया गया, जिसे देखते हुए उसके परिजनों ने अस्पताल में विरोध किया लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उनकी नहीं सुनी. गोलमुरी निवासी ज्योतिर्मयी सरकार घर में फिसलकर गिर गई थी जिससे उनका पैर टूट गया था. इसके बाद 16 जून 2017 को टिनप्लेट अस्पताल में भर्ती किया गया था, तब पूरी तरह से ठीक करने का भरोसा दिया गया था लेकिन अब उनका इलाज नहीं किया जा रहा है.

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पीड़ित के बेटी ने आरोप लगाया है कि पैर के ऑपरेशन के लिए कई डेट दिए गए लेकिन ऑपरेशन नहीं हुआ. अब बिना इलाज के लिए घर भेज दिया गया है. पीड़ित के परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में एक साथ आठ कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इसे देखते हुए सेनेटाइज करने के लिए पूरे अस्पताल को खाली कराया गया है. ऐसी परिस्थिति में फिलहाल ऑपरेशन नहीं किया जा सकता है.

जमशेदपुरः गोलमुरी स्थित टिनप्लेट अस्पताल में शनिवार को एक महिला रोगी को फर्श पर लिटा दिया गया, इसके बाद उसे अपने गोलमुरी स्थित घर भेज दिया गया, जिसे देखते हुए उसके परिजनों ने अस्पताल में विरोध किया लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उनकी नहीं सुनी. गोलमुरी निवासी ज्योतिर्मयी सरकार घर में फिसलकर गिर गई थी जिससे उनका पैर टूट गया था. इसके बाद 16 जून 2017 को टिनप्लेट अस्पताल में भर्ती किया गया था, तब पूरी तरह से ठीक करने का भरोसा दिया गया था लेकिन अब उनका इलाज नहीं किया जा रहा है.

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पीड़ित के बेटी ने आरोप लगाया है कि पैर के ऑपरेशन के लिए कई डेट दिए गए लेकिन ऑपरेशन नहीं हुआ. अब बिना इलाज के लिए घर भेज दिया गया है. पीड़ित के परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच और उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

वहीं, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल में एक साथ आठ कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. इसे देखते हुए सेनेटाइज करने के लिए पूरे अस्पताल को खाली कराया गया है. ऐसी परिस्थिति में फिलहाल ऑपरेशन नहीं किया जा सकता है.

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