जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल में चिह्नित किए गए मनोरोगियों का इलाज नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है. यही नहीं इलाज या दवा लेने के लिए उन्हें घाटशिला से पचास किलोमीटर दूर जमशेदपुर के खासमहल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय आने को कहा गया है. लाॅकडाउन होने कारण बिना वाहन के आना-जाना असंभव है. इस मामले को लेकर बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए इस मामले में समाधान करवाने की मांग की है.
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लाॅकडाउन के दौरान पूरे देश और दुनिया में मानसिक बीमारियों को लेकर चिंता बढ़ी है और जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट (बस,ऑटो, ट्रेन) नहीं चल रहे हैं, तो लोगों के लिए जिला मुख्यालय में जाकर इलाज कराना बहुत कठिन है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए पहल करें ताकि इन लोगों को राहत मिल सके. वहीं, राज्य में बढ़ती आत्महत्या की घटना को रोकने के उद्देश्य से एक मनोचिकित्सक हेल्पलाइन नबंर भी जारी करें.