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जमशेदपुरः 2 महीने से मनोरोगियों को नहीं मिल रही चिकित्सा सुविधा, भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने सीएम को किया ट्वीट - जमशेदपुर में मनोरोगियों के इलाज मामले में सीएम को ट्वीट

जमशेदपुर में मनोरोगियों का पिछले 2 महीने से इलाज नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है, जिसे लेकर बीजेपी नेता कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर मामले में संज्ञान लेने की बात कही. इसके साथ ही राज्य में बढ़ती आत्महत्या की घटना को रोकने के उद्देश्य से एक मनोचिकित्सक हेल्पलाइन नबंर भी जारी करने की मांग की है.

BJP leader Kunal Shadangi tweeted to CM
कुणाल षाड़ंगी ने सीएम को किया ट्वीट
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Published : Jun 25, 2020, 12:38 PM IST

Updated : Jun 25, 2020, 12:55 PM IST

जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल में चिह्नित किए गए मनोरोगियों का इलाज नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है. यही नहीं इलाज या दवा लेने के लिए उन्हें घाटशिला से पचास किलोमीटर दूर जमशेदपुर के खासमहल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय आने को कहा गया है. लाॅकडाउन होने कारण बिना वाहन के आना-जाना असंभव है. इस मामले को लेकर बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए इस मामले में समाधान करवाने की मांग की है.

देखें पूरी खबर
इस सबंध में बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि घाटशिला अनुमंडल में पिछले 2 महीना से मनोरोगियों के चिकित्सा नहीं होने की जानकारी मिली है. इस अनुमंडल में करीब 200 इलाजरत मरीज हैं. जिनकी मानिटरिंग और चिकित्सा कैंप लगाकर की जाती है, इसमें ज्यादात्तर बिल्कुल गरीब तबके है, जिन्हें जमशेदपुर जाकर दवा लेना या इलाज कराना आर्थिक दृष्टि से बहुत ही मुश्किल भरा काम है.

ये भी पढ़ें- झारखंड सरकार ने 15 अक्टूबर तक बालू खनन पर लगाई रोक, NGT के आदेश का दिया हवाला

लाॅकडाउन के दौरान पूरे देश और दुनिया में मानसिक बीमारियों को लेकर चिंता बढ़ी है और जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट (बस,ऑटो, ट्रेन) नहीं चल रहे हैं, तो लोगों के लिए जिला मुख्यालय में जाकर इलाज कराना बहुत कठिन है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए पहल करें ताकि इन लोगों को राहत मिल सके. वहीं, राज्य में बढ़ती आत्महत्या की घटना को रोकने के उद्देश्य से एक मनोचिकित्सक हेल्पलाइन नबंर भी जारी करें.

जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल में चिह्नित किए गए मनोरोगियों का इलाज नहीं होने का मामला प्रकाश में आया है. यही नहीं इलाज या दवा लेने के लिए उन्हें घाटशिला से पचास किलोमीटर दूर जमशेदपुर के खासमहल स्थित सिविल सर्जन कार्यालय आने को कहा गया है. लाॅकडाउन होने कारण बिना वाहन के आना-जाना असंभव है. इस मामले को लेकर बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए इस मामले में समाधान करवाने की मांग की है.

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इस सबंध में बहारागोड़ा के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि घाटशिला अनुमंडल में पिछले 2 महीना से मनोरोगियों के चिकित्सा नहीं होने की जानकारी मिली है. इस अनुमंडल में करीब 200 इलाजरत मरीज हैं. जिनकी मानिटरिंग और चिकित्सा कैंप लगाकर की जाती है, इसमें ज्यादात्तर बिल्कुल गरीब तबके है, जिन्हें जमशेदपुर जाकर दवा लेना या इलाज कराना आर्थिक दृष्टि से बहुत ही मुश्किल भरा काम है.

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लाॅकडाउन के दौरान पूरे देश और दुनिया में मानसिक बीमारियों को लेकर चिंता बढ़ी है और जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट (बस,ऑटो, ट्रेन) नहीं चल रहे हैं, तो लोगों के लिए जिला मुख्यालय में जाकर इलाज कराना बहुत कठिन है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले को गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए पहल करें ताकि इन लोगों को राहत मिल सके. वहीं, राज्य में बढ़ती आत्महत्या की घटना को रोकने के उद्देश्य से एक मनोचिकित्सक हेल्पलाइन नबंर भी जारी करें.

Last Updated : Jun 25, 2020, 12:55 PM IST

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