जमशेदपुर: बिहार के दरभंगा के छोटे से गांव में जन्मे डॉ नागेंद्र गरीबों का मुफ्त में इलाज करते हैं. नागेंद्र अब तक 14 हजार गरीब मरीजों की निशुल्क सर्जरी कर उन्हें जीवनदान दे चुके हैं.
कैसे हुई शुरुआत
डॉक्टर ने बताया कि एक बार उनकी मां ने मरीजों को देखकर कहा था 'क्या सभी के पास पैसे हैं. कुछ लोगों ने बोला हां तो कुछ ने नहीं. तभी मां ने अपने बेटे को कहा ऑपरेशन बड़ा हो या छोटा, साधारण इलाज हो या बड़ा इलाज हो, किसी मरीज से पैसे नहीं लेना ठीक होने के बाद जो लोग खुशी से दे दे उसे रख लेना.' फिर क्या था तब से ही डॉक्टर नरेंन्द्र ने असहाय लोगों के लिए काम करना शुरू कर दिया.
मरीजों की लगती है लंबी कतार
हर दिन यहां हजारों मरीजों की लंबी कतार लगती है. वहीं, घर जाने के लिए पैसे नहीं होने पर डॉक्टर लोगों को किराया भी देते हैं. जानकारी के अनुसार, आयुष्मान भारत से जुड़ने के बाद अब तक करीब दो सौ से ज्यादा लोगों का ऑपेरशन किया जा चुका है.
वहीं, एक मरीज ने बताया कि मध्य प्रदेश में काम करने के दौरान उसके हाथ में चोट लग गई थी. कई स्थानीय डॉक्टरों ने हाथ काटने को कहा, लेकिन डॉक्टर सिंह ने इलाज भी मुफ्त में किया और हाथ भी ठीक कर दिया.