हजारीबाग के बानादाग में धरना पर बैठे ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया. जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. बानादाग कोल साइडिंग के विरोध में ग्रामीण धरना पर बैठे हैं. वहीं पर पहले पुलिस की तरफ से उन्हें हटाने के लिए पानी की बौछार की गई. बाद में ग्रामीणों पर बल प्रयोग किया गया पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ दिया. इस दौरान आंसू गैस के गोले भी दागे गए हैं.
पिछले 5 दिनों से ग्रामीण धरना पर बैठे थे. बानादाग कोल साइडिंग को जल्द से जल्द बंद करने की मांग है. ग्रामीणों के धरना की वजह से कोयले उठाव पूरी तरह से बंद है. प्रशासन की तरफ से कई बार इन्हें समझाने की कोशिश की गई, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हैं.
पुलिस का कहना है कि धरना कर रहे ग्रामीणों की तरफ से उन पर पथराव किया गया. जिसके बाद उन्हें बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने पहले ग्रामीणों पर पानी की बौछार की. उसके बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़े.
हजारीबाग के बानादाग में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प में ग्रामीणों ने दर्जनों गाड़ी को टारगेट करते हुए पूरी गाड़ी पर पत्थरबाजी की. ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ियों को तोड़ा है और उस पर पथराव किया. आलम यह है कि एंटी लैंड माइंस गाड़ी को भी ग्रामीणों के द्वारा तोड़ा गया है. जिसमें कहा जा रहा है कि लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. इसके अलावा भी कई अन्य जगह भी गाड़ी तोडने की सूचना है. अभी भी पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है. प्रशासन के द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि वह शांति व्यवस्था कायम रखें और जो भी उनकी मांग है वह कानून सम्मत रखे.