हजारीबाग: पूरे देश ने कारगिल विजय दिवस मनाया. इस युद्ध में हमारे देश के कई जवान शहीद हो गए थे. ऐसे ही एक कारगिल शहीद का पूरा परिवार हजारीबाग में रहता है. वो भी शहीद स्थल पहुंचकर शहीदों को पुष्प अर्पित कर नमन किया और अपने पति के साथ-साथ उन कारगिल युद्ध में मारे गए तमाम शहीदों को याद किया.
देश की फौज पर गर्व
आरा निवासी शहीद लांस नायक विद्यानंद सिंह का परिवार आज एक तरफ अपने देश पर गर्व कर रहा है. वे अपने परिवार के बच्चों को भी फौज में भेजने के लिए लालायित हैं. शहीद कारगिल शहीद वीर विद्यानंद सिंह की पत्नी अंदर से भले ही आज तड़प रही हैं, लेकिन अपने देश की फौज पर गर्व कर रही हैं.
'जवानों के लिए कारगार कदम उठाने चाहिए'
उनका कहना है कि सरकार और समाज में प्रतिष्ठा भी मिली और धन भी, लेकिन वह दर्द आज भी उनके सीने में है. उन्हें इस बात का दुख है कि उनके पति उनके साथ नहीं है. सरकार को भी इस बाबत सोचने की जरूरत है कि हमारा जवान सीमा पर शहीद न हो इसके लिए कारगर कदम उठाने चाहिए.
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1999 को देश की रक्षा करते हुए शहीद
बता दें कि कारगिल वीर शहीद विद्यानंद सिंह 1999 को पाकिस्तान से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे.