हजारीबाग: जिले में रामनवमी इस बार कोरोना वायरस के कारण प्रभावित हो गया. इस रामनवमी में राम दरबार सुनसान रहा. नियमित पूजा पाठ करने के बाद मंदिर का कपाट बंद कर दिया गया. वहीं पुजारी राम मंदिर की बाहर से पूजा-अर्चना कर वापस घर लौट गए.
हजारीबाग की पहचान रामनवमी से है. हजारीबाग में पिछले 110 साल से रामनवमी जुलूस का आयोजन होता रहा है, लेकिन इस वर्ष जुलूस का आयोजन नहीं हो रहा है. जिस मंदिर में सुबह के 5 बजे से लंबी-लंबी कतारें दिखा करती थी आज नहीं दिखी और मंदिर परिसर में सन्नाटा रहा. लोगों ने अपने घरों से ही पूजा-अर्चना की. इक्का-दुक्का लोग मंदिर पहुंचे और पूजा किया.
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सुबह के 5 बजे से ही पुलिस प्रशासन की गाड़ी शहर के विभिन्न चौक-चौराहा पर घूमते नजर आए और लोगों से अपील करती रही कि वह घर में ही रहे और पूजा करें. अगर कोई व्यक्ति नियम का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. हजारीबाग के एसडीपीओ स्वयं माइक पर लोगों को सलाह देते हुए दिखे. वहीं, कई घरों में ही लोगों ने पूजा किया. इस दौरान हजारीबाग महावीर स्थान मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा कि अभी का समय काफी चुनौती भरा है. लोग घर से भी पूजा करेंगे तो वहीं पुण्य प्रताप मिलेगा जो मंदिर में आने से मिलता है.