हजारीबाग: कांग्रेस कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ. आलम यह रहा कि मध्य प्रदेश के मंत्री उमंग सिंघार के सामने ही कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल मचाया. कार्यकर्ताओं का आरोप था कि हजारीबाग में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को उपेक्षित किया जा रहा है.
कांग्रेस नेताओं का बवाल
हजारीबाग में चुनाव की तैयारी को लेकर जायजा लेने झारखंड के सह प्रभारी और मध्य प्रदेश के मंत्री उमंग सिंघार पहुंचे थे. जहां उन्होंने बंद कमरे में कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत भी की और तैयारी की जानकारी ली. लेकिन इसी दौरान हजारीबाग के कई वरिष्ठ और पुराने कांग्रेस के नेताओं ने बवाल मचा दिया.
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विरोध को विवश
कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि बंद कमरे में बैठकर इन्होंने पार्टी को गर्त में भेज दिया है. एक बार फिर से बंद कमरे की राजनीत हो रही है जो सही नहीं है. उनका कहना है कि हजारीबाग में जो कांग्रेस के नेताओं ने 40 साल तक पार्टी की सेवा की है उसे नजरअंदाज किया जा रहा है. आलम यह है कि सह प्रभारी भी आकर मुलाकात तक नहीं कर रहे हैं और न बातचीत कर रहे हैं. उनका कहना है कि जो स्थिति हजारीबाग में केंद्र के नेताओं ने बना दिया है वह काफी बुरा है. इस कारण विवश होकर हम लोगों ने विरोध किया है.
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कांग्रेस में आपसी मनमुटाव
जहां एक ओर मतदान को लेकर महज 11 दिन बचे हैं, तो दूसरी ओर हजारीबाग में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मनमुटाव सामने उभरकर आ गया है. हंगामें को देखते हुए उमंग सिंघार अपने कमरे से बाहर निकले और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान भी कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और उनके खिलाफ जमकर आग उगला. ऐसे में उमर सिंघार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी तरह का विवाद नहीं है, तो दूसरी ओर विरोध करने वाले नेता ने अपनी बातें रखते हुए कहा कि उनके साथ यहां उपेक्षा हो रहा है और पार्टी का नाम बदनाम हो रहा है. स्थिति देखते हुए उमंग सिंघार हंगामे के बीच ऑफिस से निकल गए.