हजारीबाग: बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र पूरे राज्य में सुर्खियों में रहा है. बड़कागांव विधानसभा एक ऐसे विधानसभा क्षेत्र के रूप में देखा गया जहां के विधायक निर्मला देवी और उनके पति योगेंद्र साव को एक मुकदमे में राज्य बदर किया गया. वे इन दिनों भोपाल में रह रहे हैं. ऐसे में विधायक निर्मला देवी ने अपनी पुत्री अंबा प्रसाद को विधायक प्रतिनिधि के तौर पर जिम्मेवारी सौंपी है.
बड़कागांव विधानसभा को प्रकृति ने भरपूर खनिज संपदा दिया है. कोयला खनन को लेकर बड़कागांव पूरे क्षेत्र में अपना विशेष स्थान रखता है. बड़कागांव कृषि प्रधान क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है. ऐसे में यह क्षेत्र आर्थिक दृष्टिकोण से काफी सशक्त है. यहां की वर्तमान विधायक निर्मला देवी है. जो कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. उनसे पहले निर्मला देवी के पति योगेंद्र साव ने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और उन्हें मंत्रिमंडल में जगह भी मिली.
मौजूदा विधायक हैं राज्य बदर
इस क्षेत्र की सबसे आम बात यह है कि विधायक निर्मला देवी जनप्रतिनिधि के रूप में इस क्षेत्र में सक्रिय नहीं रही हैं. क्योंकि एनटीपीसी के खिलाफ आंदोलन के कारण उनपर आपराधिक मामला दर्ज है. जिसके कारण उन्हें राज्य बदर किया गया है. ऐसे में विधायक क्षेत्र में नहीं हैं और विकास कार्यों को उनकी प्रतिनिधि अंबा प्रसाद देख रही हैं.
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अंबा प्रसाद का कहना है कि विधायक के क्षेत्र में नहीं रहने के कारण क्षेत्र का वह विकास तो नहीं हो पाया, जो हमने सोचा था. इसके बावजूद विधायक फंड के जरिए कई काम किए गए हैं. जिसमें नाली, सड़क निर्माण. विद्युत व्यवस्था और शिक्षा के क्षेत्र में कई काम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि बड़कागांव में शिक्षा का अभाव रहा है. इस कारण उन्होंने यहां कई स्कूलों के पुस्तकालय को दुरुस्त करने का काम किया है.
यूपीएससी की तैयारी करती थी अंबा प्रसाद
अंबा प्रसाद का कहना है कि सदन चलने के दौरान यहां की विधायक ने क्षेत्र के बारे में कई बार अपनी आवाज बुलंद की है. ग्रामीण क्षेत्रों में डीप बोरिंग की व्यवस्था की गई है ताकि किसान खेती कर सके. वहीं कई क्षेत्रों में पुलिया का निर्माण भी किया गया है. जो दिखाता है कि विधायक के नहीं रहने के बावजूद उनके प्रतिनिधि द्वारा विकास कार्यों पर ध्यान दिया गया.
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विधायक प्रतिनिधि अंबा प्रसाद यूपीएससी की तैयारी भी कर चुकी हैं. लेकिन मां-पिता के ऊपर केस दर्ज होने के बाद उन्हें बड़कागांव आना पड़ा. बड़कागांव आने के बाद उनके ऊपर भी दो मामले दर्ज किये गये और भाई पर भी इन दिनों केस चल रहा है. ऐसे में अंबा प्रसाद का कहना है कि कोर्ट के कामों में इतना व्यस्त रहे कि क्षेत्र में वह ध्यान नहीं दे पाए जो देना चाहिए.
विधानसभा चुनाव परिणाम 2014
निर्मला देवी, कांग्रेस - विजेता (61817 वोट)
रोशन लाल चौधरी, आजसू - उपविजेता (61406)
संजीव कुमार, जेएमएम - तीसरा स्थान (32496)
रविंद्र कुशवाहा, भाकपा - चौथा स्थान (16631)
विधानसभा चुनाव परिणाम 2009
योगेंद्र साव, कांग्रेस - विजेता (38683 वोट)
लोकनाथ महतो, उपविजेता - भाजपा (37319 वोट)
रोशन लाल चौधरी, आजसू - तीसरा स्थान (26945 वोट)
विधानसभा चुनाव परिणाम 2005
लोकनाथ महतो, बीजेपी - विजय (47283 वोट)
योगेंद्र शॉप, कांग्रेस - उपविजेता (30902 वोट)
रविंद्र कुमार, भाकपा - तीसरा स्थान (23992 वोट)
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वहीं अगर वोटरों की बात की जाए तो 2019 लोकसभा चुनाव में पुरुषों की संख्या 117921 और महिलाओं की संख्या 104823 है. वहीं कुल वोटरों की संख्या 222744 है. ऐसे में बड़कागांव के रहने वाले लोगों का भी यह कहना है कि विकास के कार्य धरातल पर तो उतरे हैं, लेकिन क्षेत्र में जो काम होने चाहिए थे, वह नहीं हो पाए हैं. लेकिन विधायक की प्रतिनिधि के ने क्षेत्र का ध्यान रखा है और उन्होंने मूलभूत सुविधा देने की कोशिश की है.
'विकास नहीं, विनाश हुआ है'
यहां की जनता ने विधायक को औसतन 10 में से 8.7 नंबर दिये हैं. दूसरी ओर विपक्षी पार्टी बीजेपी और सीपीआई का कहना है कि क्षेत्र के विकास कार्य पर असर पड़ा है. बीजेपी के मूलचंद साव का कहना है कि रघुवर सरकार के कारण क्षेत्र में विकास का कार्य हुआ है. लेकिन जनप्रतिनिधि का कार्य आंशिक रूप से हुआ है. तो सीपीआई का साफ तौर से कहना है कि बड़कागांव का विकास नहीं, विनाश हुआ है.
बहरहाल यह कहना गलत नहीं होगा कि इस क्षेत्र का विकास उस पैमाने पर नहीं हो सका है जो होना चाहिए था. अब यहां की जनता उसे तलाश रही है जो इस क्षेत्र का विकास कर सके.