हजारीबाग: जिले में संक्रमण इन दिनों बहुत तेजी से फैल रहा है. आलम यह है कि हर दिन कई लोगों की मौत हो रही है. बीते 3 दिनों में 2 दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई है. वहीं, 3000 से अधिक संक्रमित मरीज इलाजरत हैं. इनमें से कई मरीज अस्पताल में हैं और कई होम क्वारेंटाइन. ऐसे में उन्हें खाने की दिक्कत ना हो इसे लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक उनके घरों में खाने के पैकेट पहुंचा रहे हैं.
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दरअसल, हजारीबाग में राष्ट्रीय स्वयंसेवक के स्वयंसेवक खुद अपने हाथों से खाना तैयार कर रहे हैं. इनका खाना बनाने का उद्देश्य यह है कि जिनके घरों में संक्रमित व्यक्ति हैं और वह खाना नहीं बना पा रहे हैं, तो उन्हें खाने की दिक्कत ना हो इसे देखते हुए सुबह से लेकर रात तक स्वयंसेवक खुद से खाना बना रहे हैं.
स्वयंसेवकों ने 4 व्हाट्सएप नंबर जारी किए
स्वयंसेवक बताते हैं कि खाना बनाते समय हाइजीन और पौष्टिक भोजन संक्रमित परिवारों तक पहुंचे यह मुख्य उद्देश्य है. स्वयंसेवक विशेष रूप से ख्याल रखते हैं कि प्रोटीन युक्त खाना मरीजों तक पहुंचे. शुद्ध शाकाहारी और साफ सुथरा खाना बनाने के लिए वे लोग खुद ही लगे हुए हैं. ग्लब्स, सेनेटाइजर, मास्क का उपयोग हर वक्त किया जा रहा है. गरम खाना मरीजों तक पहुंचे इसके लिए 5 टीम हजारीबाग में बनाई गई हैं, जो अलग-अलग क्षेत्र में जाकर लोगों को खाना पहुंचा रही हैं. संघ के स्वयंसेवकों ने 4 व्हाट्सएप नंबर जारी किए हैं, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति अपनी जानकारी इन तक पहुंचा सकता है. इसके बाद मरीज के घर तक स्वयंसेवक खाना पहुंचाते हैं.
यह हैं व्हाट्सएप नंबर
- 6203660206
- 7667881641
- 8797836949
- 9386520509
खाने के लिए व्हाट्सएप करें मरीज की डिटेल
सेवा दल का कहना है कि पौष्टिकता वाले भोजन पाने के लिए आधार कार्ड और संक्रमित व्यक्ति को अपनी रिपोर्ट व्हाट्सएप करनी होती है. इसके बाद स्वयंसेवक आधार कार्ड में दिए गए पते पर खाना समय पर पहुंचा देते हैं. भोजन का पैकेट दो समय उपलब्ध कराया जा रहा है. एक सुबह और दूसरा रात में, क्योंकि अधिकतर व्यक्ति संक्रमित हैं और उन्हें जुकाम की शिकायत है. इसे देखते हुए स्वयंसेवक रोटी, पूड़ी, सब्जी, दाल, भुजिया, सलाद समेत अन्य खाना उपलब्ध कराते हैं.
समाजसेवी करना चाह रहे संघ की मदद
संघ का यह कार्य हजारीबाग के लोगों में चर्चा का विषय भी बना हुआ है. आलम यह है कि कई समाजसेवी अब आगे आ रहे हैं और संघ को मदद करना चाह रहे हैं, ताकि खाना संक्रमित व्यक्तियों को मिल सके. वहीं, संघ के स्वयंसेवकों का कहना है कि वर्तमान समय में वो लोग 100 से अधिक परिवारों को खाना पहुंचा रहे हैं. अगर आगे संख्या बढ़ेगी भी तो उसके लिए भी उन लोगों ने व्यापक तैयारी कर रखी है.