हजारीबाग: उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने विभिन्न प्रखंडों में संचालित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों से अपने कार्यालय से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए पदाधिकारियों को निर्देश दिए.
क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती लोगों ने भोजन, शौचालय, बिजली आदि की समस्या से पदाधिकारियों को रूबरू कराया. समस्या सुनकर उन्होंने पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए कि अविलंब समस्या दूर की जाए, अगर पैसे की कमी है तो जिला से बात करें. खासकर भोजन की कमी नहीं होनी चाहिए.
कॉन्फ्रेंसिंग पर दिल्ली से जुड़े सांसद
इस दौरान हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने भी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपायुक्त से बात की और बताया कि उन्हें लगातार शिकायत आ रही है कि खाने की समस्या बरही क्षेत्र के सेंटरों में हो रही है. साथ ही साथ कई सेंटरों में गंदगी का अंबार है. ऐसे में उसे दूर किया जाए.
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बरकट्ठा के विधायक उमाशंकर अकेला ने भी कई सेंटरों के बारे में समस्या रखी. ऐसे में उपायुक्त ने संबंधित प्रखंड के विकास पदाधिकारी को कहा कि किसी भी तरह की समस्या क्वॉरेंटाइन हुए लोगों को नहीं होनी चाहिए. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के पहले हजारीबाग के उपायुक्त ने यह भी जानकारी दी, कि विगत बुधवार को हजारीबाग से केवल एक ही व्यक्ति की रिपोर्ट मिली है. जो हजारीबाग के खीरगांव मोहल्ले का है. वह मुंबई से आया था और सीधा बड़कागांव सेंटर में उसे रखा गया था. रिपोर्ट आने के बाद उसे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया गया.
एक ओर हजारों की संख्या में मजदूर और अन्य व्यक्ति दूसरे राज्य से अपने गांव पहुंच रहे हैं. उन्हें क्वाँरेंटाइन किया जा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन के सामने भी यह बड़ी चुनौती है कि सभी व्यक्तियों को कैसे सुविधा दी जाए.