हजारीबागः गर्मी शुरू होते ही पीने के पानी की समस्या गहरा जाती है, लेकिन हजारीबाग नगर निगम की ओर से स्थायी समाधान नहीं किया जाता है. हालांकि, हाल में हुए नगर निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया है कि वार्ड स्तर पर दो-दो बोरिंग लगाए जाएंगे, ताकि लोगों को पीने के पानी की समस्या दूर हो सके. इस निर्णय के आलोक में एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और संभावना है कि शीघ्र ही बोरिंग लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
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हजारीबाग में भीषण गर्मी में जलस्तर काफी नीचे चला जाता है. इससे कई वार्डों में लगे चापाकल पानी देना बंद कर देते हैं. इतना ही नहीं, कई वार्ड में चापाकल नहीं हैं. कुछ इलाकों में चापाकल खराब पड़े हैं. इससे पेयजल की समस्या से लोग काफी परेशान होते हैं. आमलोगों की समस्या को देखते हुए नगर निगम ने सभी 36 वार्ड में दो-दो बोरिंग कराने का निर्णय लिया है.
लोगों का कहना है कि अगर यह बोरिंग गर्मी पड़ने के पहले लगा दी जाती तो हजारों लोगों को राहत मिलती. अप्रैल महीने में हाजारीबाग का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. मई महीने में एक-दो दिन हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट आई है. लेकिन पेयजल की समस्या जस की तस है और लोगों को पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने भरोसा दिलाया था कि जो चापाकल खराब हैं, उसे शीघ्र दुरुस्त किया जाएगा. लेकिन भीषण गर्मी पड़ने के बावजूद बोरिंग दुरुस्त नहीं किया जा सका है.