हजारीबाग: जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जब पता चला कि धीरेंद्र यादव नामक विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या कर ली. उसने पीपल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. अब जेल प्रशासन सवालों के घेरे में है.
जानकारी के अनुसार कैदी धीरेंद्र यादव चतरा जिले के प्रतापपुर थाना के बागरा गांव का रहने वाला था. उसके पिता का नाम भोला यादव हैं. धीरेंद्र यादव को चतरा में ही मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वो चतरा जेल में बंद था. चतरा जेल में अधिक कैदी होने के कारण उसे हजारीबाग जेल में 28 जुलाई को शिफ्ट किया गया था. जहां जेल परिसर के अंदर पीपल के पेड़ पर धीरेंद्र यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
ये भी पढ़ें- 'JPCC के लिए बीजेपी है सबसे बड़ी शत्रु, सत्ता से उखाड़ने का मिला है आलाकमान से टास्क'
धीरेंद्र की उम्र 25 वर्ष थी, आत्महत्या के बाद जेल प्रबंधन ने शव को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना ने जेल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है, कि आखिर कैसे कैदी ने खुले में पीपल के पेड़ में आत्महत्या कर ली. इस मामले को लेकर मजिस्ट्रेट इनआऊल जेवियर लकड़ा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वरीय अधिकारी इसमें कुछ कह सकते हैं और भागते नजर आए.