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हजारीबाग: विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या, जेल प्रबंधन पर उठे सवाल - झारखंड समाचार

हजारीबाग के केंद्रीय कारा में एक विचारधीन कैदी ने फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. उसे 28 जुलाई को यहां लाया गया था इससे पहले वह चतरा जेल में बंद था.

मृतक को नीचे उतारते पुलिसकर्मी
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Published : Aug 4, 2019, 7:36 PM IST

हजारीबाग: जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जब पता चला कि धीरेंद्र यादव नामक विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या कर ली. उसने पीपल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. अब जेल प्रशासन सवालों के घेरे में है.

देखें पूरी खबर

जानकारी के अनुसार कैदी धीरेंद्र यादव चतरा जिले के प्रतापपुर थाना के बागरा गांव का रहने वाला था. उसके पिता का नाम भोला यादव हैं. धीरेंद्र यादव को चतरा में ही मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वो चतरा जेल में बंद था. चतरा जेल में अधिक कैदी होने के कारण उसे हजारीबाग जेल में 28 जुलाई को शिफ्ट किया गया था. जहां जेल परिसर के अंदर पीपल के पेड़ पर धीरेंद्र यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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धीरेंद्र की उम्र 25 वर्ष थी, आत्महत्या के बाद जेल प्रबंधन ने शव को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना ने जेल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है, कि आखिर कैसे कैदी ने खुले में पीपल के पेड़ में आत्महत्या कर ली. इस मामले को लेकर मजिस्ट्रेट इनआऊल जेवियर लकड़ा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वरीय अधिकारी इसमें कुछ कह सकते हैं और भागते नजर आए.

हजारीबाग: जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया. जब पता चला कि धीरेंद्र यादव नामक विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या कर ली. उसने पीपल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. अब जेल प्रशासन सवालों के घेरे में है.

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जानकारी के अनुसार कैदी धीरेंद्र यादव चतरा जिले के प्रतापपुर थाना के बागरा गांव का रहने वाला था. उसके पिता का नाम भोला यादव हैं. धीरेंद्र यादव को चतरा में ही मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था. वो चतरा जेल में बंद था. चतरा जेल में अधिक कैदी होने के कारण उसे हजारीबाग जेल में 28 जुलाई को शिफ्ट किया गया था. जहां जेल परिसर के अंदर पीपल के पेड़ पर धीरेंद्र यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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धीरेंद्र की उम्र 25 वर्ष थी, आत्महत्या के बाद जेल प्रबंधन ने शव को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना ने जेल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है, कि आखिर कैसे कैदी ने खुले में पीपल के पेड़ में आत्महत्या कर ली. इस मामले को लेकर मजिस्ट्रेट इनआऊल जेवियर लकड़ा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वरीय अधिकारी इसमें कुछ कह सकते हैं और भागते नजर आए.

Intro:हजारीबाग जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा में धीरेंद्र यादव नामक विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या कर ली। विचाराधीन कैदी धीरेंद्र यादव ने पीपल के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है ।आत्महत्या करने के बाद अब जेल प्रशासन सवालो के घेरे में है।


Body:हजारीबाग जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा मे धीरेंद्र यादव विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या कर लिया ।मृतक विचाराधीन कैदी चतरा जिला के प्रतापपुर थाना के बागरा गांव का रहने वाला है। जिसके पिता का नाम भोला यादव है ।मृतक धीरेंद्र यादव को चतरा में ही मारपीट के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। और वो चतरा जेल में बंद था। चतरा जेल में अत्यधिक कैदी होने के कारण उसे हजारीबाग जेल 28 जुलाई को शिफ्ट किया गया। जहां जेल परिसर के अंदर पीपल के पेड़ में धीरेंद्र यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। धीरेंद्र यादव की उम्र 25 वर्ष है। आत्महत्या के बाद जेल प्रबंधन के द्वारा शव जब्त कर लिया गया है और सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है ।जहां डॉक्टरों की मेडिकल टीम पोस्टमार्टम करेगी। लेकिन मृतक के परिजन को सूचना देने के बाद भी समय पर सदर अस्पताल नहीं पहुंचे इस कारण अब पोस्टमार्टम सुबह किया जाएगा ।

घटना ने जेल प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़ा किया है कि आखिर कैसे कोई कैदी खुले में पीपल के पेड़ में झूल कर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या करने के लिए उसने क्या सामान उपयोग में लाया, वह सामान कैदी के पास कैसे पहुंचा। यह एक बड़ा सवाल है ।

जब इस मामले को लेकर मजिस्ट्रेट इनआऊल जेवियर लकड़ा से पूछा गया तो है तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वरीय अधिकारी इसमें कुछ कह सकते हैं और भागते नजर आए।

byte.... इनआऊल जेवियर लकड़ा, मजिस्ट्रेट


Conclusion:जिस तरह से विचाराधीन कैदी ने आत्महत्या किया है यह कई सवाल खड़ा करता है कि आखिर घटना कैसे हुई
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