हजारीबाग: झारखंड में अपराधियों का बढ़ा मनोबल पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए स्पेशल सेल गठित किया है. अब हजारीबाग में भी अपराधियों पर शिकंजा कसने की कार्रवाई तेज कर दी गई है. पुलिस अपराधियों के खिलाफ सीसीए एक्ट लगाने की कवायद में जुटी है. इसे लेकर एसपी ने विभिन्न थाना प्रभारी और डीएसपी को निर्देश भी दिया है.
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हजारीबाग पुलिस अपराधियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने जा रही है, ताकि क्षेत्र को अपराध मुक्त किया जा सके. बार-बार घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ पुलिस नकेल कसने की तैयारी में है. इसे लेकर हजारीबाग एसपी मनोज रतन चौथे ने विभिन्न थाना प्रभारी और डीएसपी को निर्देश दिया है कि वह अपने थाने क्षेत्र में वैसे अपराधी जो हमेशा घटना को अंजाम देते हैं, उनका डाटा तैयार करें, ताकि उनपर सीसीए लगाने की कवायद शुरू किया जा सके.
अपराधियों की कुंडली होगी तैयार
पुलिस हाल के दिनों में अपराधिक घटनाओं में शामिल रहे अपराधियों की सूची खंगाल रही है, ताकी उन दागियों के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव तैयार किया जा सके. जिन अपराधियों पर 1 वर्ष में 3 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हुए हों, या 6 महीने से आपराधिक गतिविधि में सक्रिय हैं. उनकी सूची तैयार की जा रही है, ताकि उन पर नजर रखी जा सके. कुछ दागियों को जिला बदर करने की कार्रवाई भी की जा सकती है.
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अपराधियों के खिलाफ अभियान
हजारीबाग में इन दिनों अपराध के कई मामले सामने आ रहे हैं. कई ऐसे अपराधी हैं, जो जेल से रहकर भी अपने गुर्गों की मदद से अपराधिक घटना को अंजाम दिलवा रहे हैं. ऐसे अपराधियों पर पुलिस अब विशेष नजर रख रही है. हजारीबाग के एसपी ने बताया कि जिन अपराधियों पर सीसीए एक्ट लगेगा, वो अगर जेल के अंदर है, तो पुलिस उसे 6 महीने में दो बार डिटेन कर सकती है. वहीं अगर अपराधी जेल से बाहर है तो उसे तड़ीपार किया जा सकता है. जिसका अधिकार उपायुक्त के पास होता है. आने वाले दिनों में पुलिस बड़- बड़े अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने जा रही है.