हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के नाम से एक और ख्याति जुड़ने वाली है. विश्वविद्यालय इस बार राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन करने जा रही है. जिसमें 15 राज्यों से 215 छात्र हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम का आयोजन 28 फरवरी से 5 मार्च तक किया जाएगा.
बिनोवा भावे विश्वविद्यालय के नाम एक और ख्याति जुटने वाली है. पहली बार विश्वविद्यालय बनने के बाद राष्ट्रीय एकता शिविर का आयोजन होने जा रहा है. इसे लेकर विश्व विद्यालय परिवार भी उत्साहित है. सफल आयोजन के लिए जी-जान से प्रयास किया जा रहा है. आयोजन 28 फरवरी से 5 मार्च के बीच होना है. जिसमें पूरे देश के 215 बच्चे 15 राज्यों से पहुंचने वाले है.
बता दें कि 1 सप्ताह के इस कार्यक्रम में कई कार्यकलाप भी शामिल होंगे. इसके साथ ही साथ आसपास क्षेत्रों का भ्रमण भी होगा. विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण का कहना है कि आने वाले समय में एनएसएस एक ऐसा सेंटर बनेगा जो इतिहास लिख देगा. हम उसके एक अच्छे केंद्र बिंदु बने इसे लेकर विश्वविद्यालय हमेशा कार्य कर रहा है. शिविर का उद्देश्य समाज सेवा के साथ-साथ देश भक्ति है. इस बार कैंप का थीम "एक भारत श्रेष्ठ भारत" है.
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राष्ट्रीय एकता शिविर
भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की ओर से संचालित एक केंद्रीय योजना है. जिसका उद्देश्य सभी युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा गतिविधियों और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अवसर प्रदान करना है. राष्ट्रीय एकता शिविर हर साल आयोजित किया जाता है. प्रत्येक शिविर की अवधि दिन-रात बॉडी और लॉजिंग के साथ 7 दिनों का होता है.
एनएसएस का उद्देश्य
- जिस समुदाय में काम कर रहे हैं उसे समझना
- नागरिक जिम्मेवारी की भावना का विकास करना
- समूह स्तर पर काम करने का भावना उत्पन्न करना
- आपातकाल के समय सेवा भावना से काम करना
- राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता का भावना समाज में जागृत करना
- नेतृत्व क्षमता का विकास करना
- समाज सेवा लेने के लिए उन्हें प्रेरित करना
- राष्ट्रीय एकता के प्रति लोगों को जागरूक करना
- सरकारी योजनाओं को समझना और फीडबैक देना