हजारीबाग: जिले की झील अपनी सुंदरता के लिए पूरे जिले और आसपास के क्षेत्रों में मशहूर है. लेकिन जलकुंभी के कारण इसकी सुंदरता पर ग्रहण लग गया है. जलकुंभी के कारण हजारीबाग झील जहां गंदगी के अंबार में तब्दील हो गया है वहीं नगर निगम ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया है.
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झील की सफाई मत्स्य विभाग की जिम्मेवारी
हजारीबाग झील में गंदगी को लेकर जहां नगर निगम आम लोगों के निशाने पर है. वहीं, निगम ने इसे अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया है. नगर आयुक्त गरिमा सिंह के मुताबिक हजारीबाग झील मत्स्य विभाग के अंतर्गत आता है ऐसे में मत्स्य विभाग अगर झील नगर निगम को हैंड ओवर कर दे तो साफ सफाई के साथ उसका सौंदर्यीकरण भी किया जा सकता है. नगर आयुक्त ने कहा कि अब तक झील पर निगम का अधिकार नहीं है .
झील को साफ करने में जुटे स्थानीय लोग
झील में गंदगी का अंबार देखते हुए स्थानीय लोगों और पारा मिलिट्री फोर्स ने इसे साफ करने की जिम्मेवारी ली है. झील को साफ करने के लिए विड कटर मशीन लाने की तैयारी चल रही है. वहीं हजारीबाग नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की ने भी इसे शहर का हृदय स्थली बताते हुए साफ सफाई का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा विड कटर मशीन आने के बाद झील की सफाई तेजी से होगी.
इंतजार के मोड में नगर निगम
नगर निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि झील उसकी संपत्ति नहीं है. ऐसे में झील की सफाई करने की कोई भी योजना नहीं बनाई जा रही है. जो जलकुंभी बाहर निकाले जा रहे हैं उसे नगर निगम हटा तो रहा है. लेकिन झील को उसके सुपुर्द करने का इंतजार भी कर रहा है. इधर स्थानीय लोग झील की गंदगी से बेहद परेशान हैं. ऐसे में जल्द से जल्द सफाई की योजना बनाने की मांग तेज होते जा रही है.