हजारीबाग: जिला प्रशासन बड़कागांव प्रखंड के पकरी-बरवाडीह कोल ब्लॉक में एनटीपीसी ने उत्खनन कर 5.5 मिट्रिक टन डंप किया. कोयला में लगी आग के कारण उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए एनटीपीसी प्रबंधन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ संभावित खतरों के मद्देनजर मंगलवार को सूचना भवन में अहम बैठक हुई.
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद ने कहा कि बड़कागांव कोल ब्लॉक में लगी आग आपदा से जुड़ा मामला है. इसमें सभी जनप्रतिनिधियों सहित स्थानीय लोगों को आगे आकर समस्या के समाधान के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है. कोयले में लगी आग के प्रसार के रोक संभावित पर्यावरण के नुकसान सहित अन्य खतरों के मद्देनजर कोयला खदानों के संचालक को सुरक्षा मानकों के प्रावधानों के अनुरूप कोयले पर लगी आग पर नियंत्रण करते हुए परिवहन यथाशीघ्र प्रारंभ करने का निदेश उपायुक्त ने दिया.
उन्होंने कहा कि संभावित आग के भयावह रूप लेने से पूरे इलाके का परिस्थिति तंत्र पर लंबे समय तक बुरा असर पड़ेगा. जहां तक स्थानीय लोगों से जुड़ी कई तरह की समस्या की बात है. इसके समाधान का प्रयास सरकार और एनटीपीसी प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग के बिना इस समस्या का समाधान संभव नहीं है. सकारात्मक प्रयास से समस्या के समाधान के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी समझना होगा. उन्होंने बताया फिलहाल एनटीपीसी के इलाके में कोयला उत्खनन के लिए भू-अर्जन से संबंधित कार्रवाई स्थगित कर दी गई है.
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पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने कहा कि आपदा को नियंत्रित कर इसके भयावह स्वरूप से बचने के लिए कंपनियों को सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए कोयले को हटाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएं. जिला प्रशासन स्थानीय लोगों के हितों की रक्षा के लिए सजग है. इस दौरान सदर विधायक मनीष जयसवाल ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कोयला में आग लगने के बाद की स्थिति पर नियंत्रण करने में एनटीपीसी कोल माइंस के प्रबंधन को तत्काल कदम उठाकर आग पर नियंत्रण रखते हुए कोयले का उठाव सुनिश्चित कराना होगा. उन्होंने कहा कि कोयला राष्ट्रीय संपत्ति है और इसके लिए प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. स्थानीय मुद्दों और राजस्व के नुकसान पर आपसी सामन्जस्व बनाते हुए उचित निर्णय लें.