हजारीबाग: प्रधानमंत्री की अपील के बाद भी लोगों का पलायन जारी है. देश के विविध भागों से मजदूर वर्गों के पलायन की खबर सामने आ रही हैं. छत्तीसगढ़ के मजदूर अपने घर गिरिडीह जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. जानकारी के अनुसार 9 मजदूर हजारीबाग बस स्टैंड पहुंचे हैं, जो अपने घर गिरिडीह जाना चाहते हैं.
इसके लिए मजदूर 600 किलोमीटर दूर पैदल जाने के लिए निकल पड़े है. उन्होंने इसके लिए ट्रक की भी मदद ली जो उन्हें कुछ दूरी तक लाकर छोड़ गया. भूखे प्यासे इन मजदूरों की सुध ईटीवी भारत ने लेते हुए उनकी मदद की.
मजदूर लोहरदगा से पैदल हजारीबाग पहुंचे हैं. यहां से पैदल ही गिरिडीह जाना चाहते हैं. दरअसल ये मजदूर जहां काम करते थे, उनके मालिक ने उन्हें रहने के लिए व्यवस्था नहीं दी और न ही खाने के लिए अनाज.
ऐसे में उनके सामने दूसरा कोई विकल्प नहीं है. इस कारण वे अपने गांव जाने को विवश हैं. जब उन्हें झुंड में बस स्टैंड से आते हुए ईटीवी भारत की टीम ने देखा तो उन्होंने अपनी बेरुखी जाहिर की.
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ये मजदूर 2 दिनों से भूखे भी थे. ऐसे में स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें खाना खिलाया गया. ईटीवी भारत के प्रयास से स्थानीय स्टेडियम में रात बिताने का इंतजाम किया गया. इन लोगों ने कहा कि कुछ ऐसी व्यवस्था करें कि अपने घर पहुंच जाएं.
यह वह लाचारी है जो पूरे देश में देखने को मिल रही है. यह अच्छे संकेत नहीं माने जा सकते हैं. आज के वक्त हम सामाजिक दूरी की बात कर रहे हैं लेकिन वह दूरी तार-तार होती जा रही है.
ईटीवी भारत ने की पहल
ऐसे में ईटीवी भारत भी ऐसे व्यक्ति जो एक जगह से दूसरे जगह पलायन कर रहे हैं उनसे अपील कर रहा है कि वह जहां हैं, वहीं रुक जाएं नहीं तो इसके परिणाम बहुत बुरे हो सकते हैं. फिलहाल झारखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मरीज नहीं मिला है. अगर ऐसे व्यक्ति दूसरे जगह से झारखंड पहुंचते हैं तो संक्रमण का भी खतरा बढ़ सकता है.