हजारीबाग: दुनिया जितनी तेजी से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रही है, उतनी तेजी से डिजिटल अपराध भी अपना पैर पसारता जा रहा है. सबसे गंभीर समस्या यह है कि डिजिटल अपराध पहले बड़े-बड़े शहरों के लोग करते थे. अब गांव और कस्बे के लोग इस अपराध की दुनिया में पहुंच रहे हैं. जहां कम पढ़े लिखे लोग इसे अपना रोजगार समझने लगे और ऑनलाइन ठगी में पूरा गांव लगा हुआ है. दरअसल, हजारीबाग का गोरहर और बरकट्ठा थाना क्षेत्र अब पूरे राज्य भर में सेक्सटॉर्शन के लिए जाना जाने लगा है. ऐसे में हजारीबाग पुलिस अब विशेष रणनीति के तहत इस पूरे नेटवर्क को ही ध्वस्त करने के लिए योजना बना रही है.
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हजारीबाग की पहचान प्राकृतिक सुंदरता से है. लेकिन अब हजारीबाग को सेक्सटॉर्शन के लिए भी जाना जा रहा है. हजारीबाग के गोरहर और बरकट्ठा थाना क्षेत्र में इन दिनों एक बड़ा रैकेट सेक्सटॉर्शन के लिए काम कर रहा है. ऐसे में हजारीबाग पुलिस पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए योजना बना रही है. हजारीबाग पुलिस का मानना है कि जामताड़ा जिस तरह से देशभर में साइबर अपराध के लिए जाना जा रहा है, वैसे में हजारीबाग को बदनाम नहीं होने दिया जाएगा.
स्पेशल टीम का कर रही है गठन
हाल के दिनों में हजारीबाग पुलिस ने कुछ ऐसे ही साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है. जिनसे पूछताछ के दौरान जो जानकारी मिली है, उससे पुलिस के भी होश उड़ गए हैं. इस गिरोह को नेस्तनाबूद करने के लिए हजारीबाग एसपी मनोज रतन चोथे स्पेशल टीम का गठन कर रहे हैं. साइबर सेल को वहां एक्टिव करने की बात कही जा रही है और वैसे पदाधिकारी जो टेक्निकल रूप से मजबूत हैं, उन्हें उस क्षेत्र में विशेष रूप से नजर रखने के लिए तैयार किया जा रहा है.
क्या होता है सेक्सटॉर्शन
दरअसल, सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो कॉल कर वीडियो बना लिया जाता है, फिर उसे ब्लैकमेल कर पैसे वसूले जाते हैं. इस तरह के साइबर क्राइम को सेक्सटॉर्शन का नाम दिया गया है. सेक्सटॉर्शन यानी सेक्स संबंधी वीडियो चैट के जरिए पैसे वसूल करना. इस तरह के मामले के शिकार बच्चे सबसे ज्यादा होते हैं, क्योंकि वे घबराकर इन अपराधियों के जाल में फस जाते हैं. उन्हें डर होता है कि सच्चाई किसी के सामने ना आ जाए.
पहले साइबर सेक्स फिर ब्लैकमेलिंग
पुलिस की मानें तो गिरोह के सदस्य एस्कॉर्ट सर्विस देने के नाम पर पहले ग्राहकों से बात करते हैं. फिर उनके साथ अश्लील चैटिंग की जाती है और फिर अश्लील वीडियो भी बनाया जाता है. अपराधी वीडियो के साथ-साथ चैटिंग का उपयोग ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं और पैसा वसूलते हैं. अगर पैसा देने की में आनाकानी की जाती है तो फिर ऑनलाइन में उसे वायरल करने की धमकी दी जाती है. जिससे व्यक्ति डर से पैसा दे देता है. एस्कॉर्ट सर्विस चलाने वाली कंपनियां आम तौर पर यौन सेवाएं देने का काम करती हैं. यह एजेंसी सोशल नेटवर्किंग के जरिए अपने ग्राहक को उनकी मनपसंद एस्कॉर्ट से मिलवाने का गोरखधंधा करती है.
अनवांटेड लिंक खोलने से बचे: एसपी
हजारीबाग में बढ़ते सेक्सटॉर्शन के मामले को देखते हुए हजारीबाग एसपी ने आम जनता से अपील भी की है कि वे इस जाल में न फंसे. जहां साइबर अपराधी आपकी गाढ़ी कमाई भी उड़ा लेंगे और आप को ब्लैकमेल भी करेंगे. आलम यह है कि हजारीबाग ही नहीं दूसरे राज्यों में भी इनका तार फैला हुआ है. ऐसे में अनवांटेड लिंक कभी शेयर भी न करें और उसे खोले भी नहीं. अगर कोई व्यक्ति फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है तो उसे भी सोच समझकर एक्सेप्ट करें.
अपराध का स्वरूप हाल के दिनों में बदला है. संचार क्रांति के कई लाभ हैं तो अपराधी इसका गलत उपयोग भी कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है आम लोगों को भी सजग रहने की ताकि वह अपराधियों के जाल में न फंसे.