हजारीबाग: शादी के सीजन के दौरान शादी के कार्ड(wedding cards) तो आपने बहुत देखे होंगे. शादी के निमंत्रण कार्ड के साथ-साथ मिठाई उपहार देते हुए तो आप लोगों ने देखा ही होगा. हजारीबाग के अभिमन्यु ने अपनी शादी के लिए अनोखा शादी का कार्ड(unique wedding card) तैयार किया है. युवक अपनी शादी के कार्ड के साथ-साथ पौधा भी उपहार स्वरूप दे रहे हैं. अभिमन्यु का विवाह 16 जुलाई को है. इस बात को लेकर घर पर तैयारी भी जोर शोर से चल रही हैं. तैयारी की पहली कड़ी शादी कार्ड(wedding card) छापने और बांटने से शुरू होती है. अभिमन्यु प्रकृति प्रेमी है और इसने सोचा कि क्यों ना अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड के साथ-साथ एक पौधा भी उपहार स्वरूप दिया जाए और लोगों को दिया जाए.
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शुरू में परिजन हुए नाराज
अपनी शादी की तैयारी करते अभिमन्यु ने 200 अमरूद के पौधे खरीदे और इसे लेकर जब वे अपने घर पहुंचा तो उसके परिजन काफी नाराज हुए. लेकिन जब अभिमन्यु ने कुछ घरों में पौधा और कार्ड दिया तो उसकी प्रशंसा हर कोई करने लगा. ऐसे में परिवार वाले भी समझ गए कि अभिमन्यु एक दूरदर्शी युवक है. उसके इस पहल पर उसके घर वाले भी अब उसका सहयोग कर रहे हैं. आलम यह है कि आज अभिमन्यु जिसे भी निमंत्रण दे रहा है वह उसे शुभकामनाएं तो दे ही रहा है साथ ही उसकी नई पहल पर उसे शाबाशी भी दे रहे हैं. उनका कहना है कि आज के समय में जहां पेड़ काटे जा रहे हैं वहां इसकी यह पहल काफी प्रेरणादायक है. जब यह पौधा बड़ा होगा तो हमें इसकी शादी की याद भी दिलाएगी साथ ही इसके फल की मिठास से मुंह भी मीठा होता रहेगा. यह पौधा सिर्फ फलदार वृक्ष ही नहीं है बल्कि यह परिवर्तन को दर्शाता है.
शादी का रिसेप्शन भी होगा खास
लोग शादी के बाद रिसेप्शन देते हैं. जहां अपने परिजन, दोस्त, सगे संबंधी,जान पहचान के लोगों को खाना पर दावत दी जाती है. वहीं, अभिमन्यु रिसेप्शन देने की बजाय पौधारोपण कार्यक्रम(plantation program) का आयोजन करेंगे. ये चीज बकायदा उन्होंने कार्ड में भी लिखा है कि 17 जुलाई को शादी की मधुर याद में आम का पौधारोपण किया जाएगा. इसे लेकर उनके मित्र भी कहते हैं कि वे लोग अपनी पुरानी रीति रिवाज को भूल रहे हैं. शादी के पहले आम वृक्ष का विवाह कराया जाता है. वह भी पर्यावरण संरक्षण का द्योतक है. आज अनिरुद्ध ने यह स्पष्ट कर दिया कि हमारे पुराने रीति रिवाज ही मूल है.
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लोगों के लिए बनेंगे प्रेरणा
जिस तरह से कार्ड बांटे जा रहे हैं ऐसे में हजारीबाग के पर्यावरण प्रेमी मुरारी सिंह भी कहते हैं कि यह परिवर्तन है जो आने वाले समय के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा. उनका कहना है कि लोगों को महंगे कार्ड के दिखावे पर ना जाकर कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे समाज की भलाई हो. अभिमन्यु ने पौधा भेंट में देकर लोगों को संदेश दिया है कि प्रकृति है तो हम हैं, वृक्ष है तो कल है.