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हजारीबाग: ATM लूटकांड में चार अपराधी गिरफ्तार, 37 लाख की हुई थी लूट

हजारीबाग में भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से अज्ञात अपराधियों ने पैसे चोरी किए थे. इस मामले में पुलिस ने चोरी किए गए 37 लाख रुपए का खुलासा किया है. इसमें पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार है.

ATM लूटकांड में चार अपराधी गिरफ्तार
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Published : Jul 24, 2019, 8:01 PM IST

हजारीबाग: एटीएम से चोरी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने टाटीझरिया स्थित एसबीआई एटीएम से चोरी किए गए 37 लाख रुपए के मामले का खुलासा किया है. इस मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.

देखें पूरी खबर

29 जून की घटना
29 जून की रात में टाटीझरिया थाना क्षेत्र के विष्णुगढ़ मार्ग पर भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से अज्ञात अपराधियों ने पैसे चोरी किए थे. जिसमें कुल 37 लाख रुपए चोरी होने की बात सामने आई थी. इस मामले को लेकर पुलिस पिछले 2 महीने से लगातार अनुसंधान कर रही थी.

ये भी पढ़ें-चतरा में वज्रपात से चार लोगों की मौत, दर्जनों मवेशियों की भी गई जान

चार आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही चोरी के 15 लाख 64 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने चोरी में उपयोग किए गए गैस कटर और जिस गाड़ी से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था, उन्हें भी बरामद किया है.

आरोपियों का आपराधिक इतिहास
⦁ पुलिस ने जिन चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उसमें राजेश कुमार मुख्य आरोपी है. जो हजारीबाग के मटवारी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. वो दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र से लूट के मामले में तिहाड़ जेल में और उज्जैन के नागदा थाना से मोबाइल चोरी में जेल भी जा चुका है.
⦁ दूसरा आरोपी अमित कुमार उत्तर प्रदेश मथुरा का रहने वाला है. वो तिहाड़ जेल से 2 साल के बाद बेल पर रिहा हुआ था.
⦁ तीसरा आरोपी दशरथ महतो है, जो बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है. इसका भी अपराधिक इतिहास रहा है, जो जेल भी गया था.
⦁ चौथा आरोपी विक्रांत कुमार है, जो समस्तीपुर बिहार का रहने वाला है. वो पटना जेल में कई सालों तक रहा है.
⦁ मुख्य आरोपी जिसे पुलिस मास्टरमाइंड बता रही है वो पटना का रहने वाला है. वो अभी फरार चल रहा है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.

सारे अपराधी जेल में मिले थे
हजारीबाग एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि सारे अपराधी जेल में एक साथ मिले थे और बाहर निकलने के बाद एक गिरोह बनाया था. जिसके बाद उन लोगों ने हजारीबाग में आकर घटना को अंजाम दिया. पुलिस का यह भी मानना है कि यह अपराधी भविष्य में भी एटीएम लूटने की फिराक में थे, लेकिन घटना को अंजाम देने की पहले ही पुलिस ने धर दबोचा है.

पुलिस का यह भी मानना है कि ये काफी शातिर अपराधी हैं. जो घटना को अंजाम देने के लिए कई गिरोह से संपर्क में थे. घटना को अंजाम देने के बाद पैसा का भी बंटवारा किया गया. राजेश कुमार के घर से 15 लाख 64 हजार रुपए बरामद किया गया है. शेष पैसा का बड़ा हिस्सा फरार चल रहे आरोपी के पास होने की संभावना बताई जा रही है.

हजारीबाग: एटीएम से चोरी मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने टाटीझरिया स्थित एसबीआई एटीएम से चोरी किए गए 37 लाख रुपए के मामले का खुलासा किया है. इस मामले में 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है.

देखें पूरी खबर

29 जून की घटना
29 जून की रात में टाटीझरिया थाना क्षेत्र के विष्णुगढ़ मार्ग पर भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से अज्ञात अपराधियों ने पैसे चोरी किए थे. जिसमें कुल 37 लाख रुपए चोरी होने की बात सामने आई थी. इस मामले को लेकर पुलिस पिछले 2 महीने से लगातार अनुसंधान कर रही थी.

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चार आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही चोरी के 15 लाख 64 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने चोरी में उपयोग किए गए गैस कटर और जिस गाड़ी से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था, उन्हें भी बरामद किया है.

आरोपियों का आपराधिक इतिहास
⦁ पुलिस ने जिन चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उसमें राजेश कुमार मुख्य आरोपी है. जो हजारीबाग के मटवारी थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है. वो दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र से लूट के मामले में तिहाड़ जेल में और उज्जैन के नागदा थाना से मोबाइल चोरी में जेल भी जा चुका है.
⦁ दूसरा आरोपी अमित कुमार उत्तर प्रदेश मथुरा का रहने वाला है. वो तिहाड़ जेल से 2 साल के बाद बेल पर रिहा हुआ था.
⦁ तीसरा आरोपी दशरथ महतो है, जो बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है. इसका भी अपराधिक इतिहास रहा है, जो जेल भी गया था.
⦁ चौथा आरोपी विक्रांत कुमार है, जो समस्तीपुर बिहार का रहने वाला है. वो पटना जेल में कई सालों तक रहा है.
⦁ मुख्य आरोपी जिसे पुलिस मास्टरमाइंड बता रही है वो पटना का रहने वाला है. वो अभी फरार चल रहा है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.

सारे अपराधी जेल में मिले थे
हजारीबाग एसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि सारे अपराधी जेल में एक साथ मिले थे और बाहर निकलने के बाद एक गिरोह बनाया था. जिसके बाद उन लोगों ने हजारीबाग में आकर घटना को अंजाम दिया. पुलिस का यह भी मानना है कि यह अपराधी भविष्य में भी एटीएम लूटने की फिराक में थे, लेकिन घटना को अंजाम देने की पहले ही पुलिस ने धर दबोचा है.

पुलिस का यह भी मानना है कि ये काफी शातिर अपराधी हैं. जो घटना को अंजाम देने के लिए कई गिरोह से संपर्क में थे. घटना को अंजाम देने के बाद पैसा का भी बंटवारा किया गया. राजेश कुमार के घर से 15 लाख 64 हजार रुपए बरामद किया गया है. शेष पैसा का बड़ा हिस्सा फरार चल रहे आरोपी के पास होने की संभावना बताई जा रही है.

Intro:हजारीबाग पुलिस ने आज बड़ी सफलता पाई है ।जिसने टाटीझरिया स्थित एसबीआई एटीएम से चोरी किए गए 37 लाख रुपए मामले का उद्भेदन किया है ।जिसमें पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।


Body:28- 29 जून 2019 की रात्रि में टाटीझरिया थाना क्षेत्र के विष्णुगढ़ मार्ग पर भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से अज्ञात अपराधियों ने गैस कटर से एटीएम से पैसे चोरी किए थे। जिसमें कुल 37 लाख रूपये चोरी होने की बात सामने आई थी। इस मामले को लेकर पुलिस पिछले 2 माह से लगातार अनुसंधान कर रही थी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है ।साथ ही साथ 15,लाख64 हजार रुपया चोरी का बरामद भी किए हैं ।पुलिस ने चोरी में उपयोग किए गए गैस कटर और जिस गाड़ी से अपराधियों ने घटना को अंजाम देने पहुंचे थे उन्हें भी बरामद किया है।

पुलिस ने जिन चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है उसमे राजेश कुमार मुख्य आरोपी है। जो हजारीबाग के मटवारी थाना क्षेत्र का रहने वाला है ।यह कंप्यूटर साइंस में बीटेक किए हुए हैं ।इसका अपराधिक इतिहास भी रहा है दिल्ली कैंट थाना क्षेत्र से लूट के मामले में तिहाड़ जेल में भी और उज्जैन के नागदा थाना से मोबाइल चोरी में जेल भी जा चुका है।

अमित कुमार जो उत्तर प्रदेश मथुरा का रहने वाला है ।जिसका भी अपराधिक इतिहास रहा है। जो तिहार जेल में 2 साल के बाद बेल पर रिहा हुआ था

तीसरा आरोपी दशरथ महतो है ।जो बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है।इसका भी अपराधिक इतिहास रहा है ।जो जेल भी गया था।
वही चौथा अपराधी विक्रांत कुमार है ।जो समस्तीपुर बिहार का रहने वाला है। यह पटना जेल में कई सालों तक रहा है।

वही मुख्य आरोपी जिसे पुलिस मास्टरमाइंड बता रही है वो पटना का रहने वाला है वह भी फरार चल रहा है ।जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।

हजारीबाग एसपी ने खुलासा करते हुए कहा बताया कि यह सारे अपराधी जेल में एक साथ मिले थे और बाहर निकलने के बाद एक गिरोह बनाया था। जो इस तरह की घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी। जिन्होंने हजारीबाग में आकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस का यह भी मानना है कि यह अपराधी भविष्य में भी एटीएम लूटने की फिराक में थे। लेकिन घटना को अंजाम देने की पहले ही पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस का यह भी मानना है कि ये काफी शातिर अपराधी है ।जो घटना को अंजाम देने के लिए कई गिरोह से संपर्क में थे। घटना को अंजाम देने के बाद पैसा का भी बंटवारा किया गया। राजेश कुमार के घर से 15लाख 64 हजार रूपये बरामद किया गया है ।शेष पैसा का बड़ा हिस्सा फरार चल रहे आरोपी के पास होने की संभावना बताई जा रही है।

byte.... मयूर पटेल एसपी हजारीबाग


Conclusion:घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि अपराधी अब अलग-अलग राज्यों से संगठित होकर अपराध कर रहे हैं। ऐसे में जरूरत है पुलिस को उन अपराधियों पर नजर रखने की जो जेल से रिहा होते हैं, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो।
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