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हजारीबाग में गजराज का तांडव, फसल और ग्रामीणों को पहुंचाया नुकसान

हजारीबाग के ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है. यहां हाथी फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ लोगों को भी निशाना बना रहे हैं और घरों को भी क्षतिग्रस्त कर रहे हैं.

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Published : Jul 22, 2019, 12:11 PM IST

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हजारीबाग: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों हाथियों का तांडव देखने को मिल रहा है. ये हाथियां जंगल से भटककर गांव में आ गए हैं, ऐसे में ग्रामीण भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं.

देखें पूरी खबर

दरअसल, हजारीबाग में हाथियों का तांडव कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी कई बार हाथियों का झुंड गांव में देखने को मिला है. जब भी हाथी गांव की ओर रुख करते हैं तो भारी तबाही भी करते हैं. कई बार लोगों की जान भी जा चुकी है. ऐसे में एक बार फिर हाथी हजारीबाग के दारू, टाटीझरिया के गांवों में देखे जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- नहीं रहे धनबाद के भीष्म पितामह, सेंट्रल हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस

जानकारी के अनुसार 4 हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर चुका है. जिसमें दो बड़े और दो छोटे हाथी शामिल हैं. रास्ते में जो भी घर या खेत उन्हें मिल रहे हैं हाथी उसे बर्बाद करते आ रहे हैं, तो दूसरी ओर ग्रामीण भी काफी परेशान हैं. बंगाल के बांकुड़ा से हाथी भगाने वाली टीम भी हजारीबाग पहुंच चुकी है. जो हाथियों को भगाने का काम कर रही है.

ऐसे में वन विभाग के अधिकारी भी लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं लेकिन ग्रामीण हाथी की ओर दौड़ते नजर आ रहे हैं. विभाग का कहना है कि अगर ये हाथी बस्ती की ओर आए तो भारी तबाही हो सकती है. इसलिए इन्हें तंग ना करें, हाथी जंगल से गांव की ओर रुख कर रहे हैं इसका कारण भी हम सभी हैं. जिस तरह से जंगलों की कटाई हो रही है इसके कारण भी हाथी शहर की ओर रुख करते हैं.

हजारीबाग: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों हाथियों का तांडव देखने को मिल रहा है. ये हाथियां जंगल से भटककर गांव में आ गए हैं, ऐसे में ग्रामीण भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं.

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दरअसल, हजारीबाग में हाथियों का तांडव कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी कई बार हाथियों का झुंड गांव में देखने को मिला है. जब भी हाथी गांव की ओर रुख करते हैं तो भारी तबाही भी करते हैं. कई बार लोगों की जान भी जा चुकी है. ऐसे में एक बार फिर हाथी हजारीबाग के दारू, टाटीझरिया के गांवों में देखे जा रहे हैं.

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जानकारी के अनुसार 4 हाथियों का झुंड गांव में प्रवेश कर चुका है. जिसमें दो बड़े और दो छोटे हाथी शामिल हैं. रास्ते में जो भी घर या खेत उन्हें मिल रहे हैं हाथी उसे बर्बाद करते आ रहे हैं, तो दूसरी ओर ग्रामीण भी काफी परेशान हैं. बंगाल के बांकुड़ा से हाथी भगाने वाली टीम भी हजारीबाग पहुंच चुकी है. जो हाथियों को भगाने का काम कर रही है.

ऐसे में वन विभाग के अधिकारी भी लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं लेकिन ग्रामीण हाथी की ओर दौड़ते नजर आ रहे हैं. विभाग का कहना है कि अगर ये हाथी बस्ती की ओर आए तो भारी तबाही हो सकती है. इसलिए इन्हें तंग ना करें, हाथी जंगल से गांव की ओर रुख कर रहे हैं इसका कारण भी हम सभी हैं. जिस तरह से जंगलों की कटाई हो रही है इसके कारण भी हाथी शहर की ओर रुख करते हैं.

Intro:इन दिनों हजारीबाग के ग्रामीण क्षेत्रों में हाथी का तांडव देखने को मिल रहा है ।हाथी जंगल से भटक कर गांव में आ गए हैं। ऐसे में ग्रामीण भय के माहौल में जीने को विवश हैं।Body:हजारीबाग में में हाथी का तांडव कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी कई बार हाथियों का झुंड गांव में देखने को मिला है ।जब भी हाथी गांव की ओर रुख करते हैं तो भारी तबाही भी करते हैं। कई बार लोगों की जान भी जा चुकी है। ऐसे में एक बार फिर हाथी हजारीबाग के दारू, टाटीझरिया के गांवों में देखने को मिल रहे हैं ।अब तक जो जानकारी मिली है कि 4 हाथी का झुंड गांव में प्रवेश किया है। जिसमें दो व्यस्त है और दो छोटे हाथी हैं। रास्ते में जो भी घर या खेत आ रहे हैं उसे हाथी बर्बाद करते आ रहे हैं ।तो दूसरी ओर ग्रामीण भी काफी परेशान हैं। बंगाल के बांकुड़ा से हाथी भगाने वाला टीम भी हजारीबाग पहुंच चुका है ।जो हाथियों को भगाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में वन विभाग के अधिकारी भी लोगों को सतर्क रहने के लिए अपील कर रहे हैं। लेकिन ग्रामीण हाथी की ओर दौड़ते नजर आ रहे हैं। ऐसे में विभाग का स्पष्ट कहना है कि हाथी अगर बस्ती की ओर रुख कर गया तो भारी तबाही हो सकती है ।इसलिए हाथी को तंग ना करें।Conclusion: हाथी जंगल से गांव की ओर रुख कर रहे हैं इसका कारण भी हम सभी हैं। जिस तरह से जंगलों का कटाई हो रहा है इसके कारण भी हाथी शहर की ओर रुख करते हैं। जरूरत है हम लोगों को पर्यावरण रक्षा करने की।
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