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नक्सलियों का सफाया करने वाले CRPF जवानों ने उठाई सामाजिक जिम्मेदारी, बदलेंगे हजारीबाग झील की तस्वीर

जलकुंभी के कारण बदहाली के कगार पर पहुंचे हजारीबाग झील की सफाई का जिम्मा सीआरपीएफ के जवानों ने लिया है. प्रशासनिक उदासीनता से त्रस्त लोगों ने सीआरपीएफ के इस काम की प्रशंसा की है.

CRPF jawans engaged in cleaning Hazaribagh lake
हजारीबाग झील की सफाई में जुटे सीआरपीएफ जवान
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Published : Aug 30, 2021, 1:22 PM IST

हजारीबाग: जिले का हृदय स्थल माना जाना वाला झील बेहद खराब हालत में हैं. प्रशासनिक उदासीनता और स्थानीय लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरुकता के अभाव में पूरा झील जलकुंभी के कारण खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है. ऐसे में सीआरपीएफ के जवानों ने इसे साफ करने का जिम्मा लिया है.

ये भी पढ़ें- जल स्रोत पर अवैध कब्जे से लोगों में नाराजगी, कांग्रेस ने जल सत्याग्रह कर जताया विरोध

झील साफ करेंगे सीआरपीएफ

राज्य में अपनी बहादुरी से नक्सलियों का सफाया करने वाले सीआरपीएफ जवानों ने शहर की सफाई का भी बीड़ा उठाया है. इसके तहत जवानों ने हजारीबाग झील की सफाई का संकल्प लिया है. जलकुंभी से भरे झील को साफ करने के लिए 22 बटालियन सीआरपीएफ के कई जवान लगे हुए हैं ताकि शहर को उसकी सुंदरता वापस लौटाई जा सके. सीआरपीएफ के इस कदम की जिले में काफी प्रशंसा हो रही है. लोगों ने जल्द ही झील के पूरी तरह साफ होने की उम्मीद जताई है.

देखें वीडियो

सोशल मीडिया पर झील बन गया था मुद्दा

दरअसल हजारीबाग झील में गंदगी को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म है. पूरे झील के जलकुंभी से भर जाने के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम इसकी सफाई को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा था. ऐसे में झील के पास घूमने वाले लोगों ने इसकी सफाई का जिम्मा उठाया था. बाद में इस अभियान से सीआरपीएफ भी जुड़ गई.

हजारीबाग झील को जानिए

हजारीबाग झील सात भागों के साथ कृत्रिम झीलों की एक श्रृंखला है. ये शहर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का अच्छा नजारा देखा जा सकता है. यह झील जिले के प्रशासनिक नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके आस पास जिले के कई अधिकारियों और न्यायधीशों का आवास मौजूद है. कभी अपनी सुंदरता के लिए मशहूर ये झील अब अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा है. समय पर साफ सफाई और रख-रखाव के अभाव के कारण ये धीरे धीरे बदहाली के कगार पर पहुंच गया है.

हजारीबाग: जिले का हृदय स्थल माना जाना वाला झील बेहद खराब हालत में हैं. प्रशासनिक उदासीनता और स्थानीय लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरुकता के अभाव में पूरा झील जलकुंभी के कारण खत्म होने के कगार पर पहुंच गया है. ऐसे में सीआरपीएफ के जवानों ने इसे साफ करने का जिम्मा लिया है.

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झील साफ करेंगे सीआरपीएफ

राज्य में अपनी बहादुरी से नक्सलियों का सफाया करने वाले सीआरपीएफ जवानों ने शहर की सफाई का भी बीड़ा उठाया है. इसके तहत जवानों ने हजारीबाग झील की सफाई का संकल्प लिया है. जलकुंभी से भरे झील को साफ करने के लिए 22 बटालियन सीआरपीएफ के कई जवान लगे हुए हैं ताकि शहर को उसकी सुंदरता वापस लौटाई जा सके. सीआरपीएफ के इस कदम की जिले में काफी प्रशंसा हो रही है. लोगों ने जल्द ही झील के पूरी तरह साफ होने की उम्मीद जताई है.

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सोशल मीडिया पर झील बन गया था मुद्दा

दरअसल हजारीबाग झील में गंदगी को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म है. पूरे झील के जलकुंभी से भर जाने के बाद भी जिला प्रशासन और नगर निगम इसकी सफाई को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा था. ऐसे में झील के पास घूमने वाले लोगों ने इसकी सफाई का जिम्मा उठाया था. बाद में इस अभियान से सीआरपीएफ भी जुड़ गई.

हजारीबाग झील को जानिए

हजारीबाग झील सात भागों के साथ कृत्रिम झीलों की एक श्रृंखला है. ये शहर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का अच्छा नजारा देखा जा सकता है. यह झील जिले के प्रशासनिक नजरिए से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके आस पास जिले के कई अधिकारियों और न्यायधीशों का आवास मौजूद है. कभी अपनी सुंदरता के लिए मशहूर ये झील अब अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा है. समय पर साफ सफाई और रख-रखाव के अभाव के कारण ये धीरे धीरे बदहाली के कगार पर पहुंच गया है.

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