हजारीबाग: जिले में पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमित मरीज की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है. ऐसे में नगर निगम क्षेत्र में फिर से लॉकडाउन लगाया गया है. आलम यह है कि लोग भय के कारण घर में ही बंद हैं. कई क्षेत्रों को कंटेंटमेंट जोन भी घोषित कर दिया गया है. एक दिन में 29 पुलिसकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं. हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट ने आम जनता से अपील की है कि संक्रमण से बचना है तो घर पर रहें. लॉकडाउन के नियम का पालन करें, नहीं तो इसके परिणाम बुरे हो सकते हैं.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 जांच भी शुरू
दूसरी ओर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 जांच भी शुरू कर दी गई है. आने वाले समय में लॉकडाउन के दौरान भारी संख्या में हजारीबागवासियों का जांच होना है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसके सिंह भी कहते हैं कि हजारीबाग के लिए यह बड़ी उपलब्धि है. जिस तरह से हजारीबाग में संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है वे लोग बड़ी संख्या में लोगों का जांच कर पाएंगे. जिससे हजारीबाग और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को मदद मिलेगा.
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'भविष्य में किसी भी तरह की समस्या न हो'
हजारीबाग जिले में वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने मरीजों के बेहतर इलाज के लिए जिले में कोविड-19 सेंटर के रूप में तीन नए स्थान चिन्हित किए हैं. जहां उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी. जिसमें हजारीबाग पुलिस अकादमी, प्रमंडलीय पंचायत प्रशिक्षण संस्थान और सिलवार के पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट शामिल है. बेहतर रूप से यह सेंटर काम करें इसके मद्देनजर नोडल और चिकित्सा पदाधिकारी को आदेश भी निर्गत किया गया है. अब हजारीबाग में लगभग 350 कोविड बेड तैयार किए गए हैं, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की समस्या न हो.