हजारीबाग: जिला समाहरणालय भवन का ऑनलाइन उद्घाटन मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. इस भवन की आधारशिला झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 23 फरवरी 2017 को किया था. इस मौके पर हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी समेत कई विधायक और सांसद उपस्थित थे. उस दौरान एक शिलान्यास पट भी लगाया गया था, लेकिन आज वह शिलान्यास पट गार्डरूम की शोभा बढ़ा रहा है.
शिलापट्ट गार्ड रूम में रखवाना दुर्भाग्यपूर्ण
शिलान्यास पट के ऊपर गार्ड का तकिया और पैर में पहनने वाला मौजा टंगा हुआ है. ऐसे में इसे लापरवाही या फिर लालफीताशाही कहा जा सकता है. क्योंकि रघुवर दास भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री थे और हेमंत सोरेन वर्तमान में महागठबंधन के मुखिया हैं. ऐसे में महागठबंधन के मुखिया भवन का उद्घाटन करें और उस भवन में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का नाम रहे. यह कैसे संभव हो सकता है. इसीलिए प्रशासन की ओर से शिलापट्ट गार्ड रूम में रखवा दिया गया है. इस बात को लेकर हजारीबाग के सदर विधायक ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि प्रशासन सरकार का एजेंट बन गया है. यही वजह है कि प्रशासन ने शिलापट्ट गार्ड रूम में रखवा दिया है. उन्होंने सरकार पर सवाल भी खड़ा किया है कि यह सरकार सिर्फ अपना लेबल लगाने का काम कर रही है, जितने भी भवन का मंगलवार को उद्घाटन हजारीबाग में हुआ है, वो भाजपा के कार्यकाल के दौरान बने है. यह घटना निंदनीय है.
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कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी को नहीं था आमंत्रण
इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता या जनप्रतिनिधि ने हिस्सा नहीं लिया. इस बात पर हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल का कहना है कि कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी का नाम आमंत्रण कार्ड में नहीं था, लेकिन अन्नपूर्णा देवी चार बार विधायक और मंत्री भी रह चुकी हैं. वर्तमान में सांसद भी हैं. हजारीबाग जिले के 6 मंडल उनके लोकसभा क्षेत्र में पड़ते हैं. इस कारण उनका भी नाम इसमें होना चाहिए था. इस कारण हम लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया.