हजारीबाग: जिले में पिछले 7 दिनों से राष्ट्रीय एकता शिविर के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अपनी एकता सभ्यता और संस्कृति के बारे में एक दूसरे को बताना था.
इस कार्यक्रम के समापन समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने हिस्सा लिया और छात्रों को संबोधित किया. उन्होंने छात्रों को कहा कि 'भारत विश्वगुरू है और आप छात्र-छात्राएं देश का गौरव हैं. युवा से देश को कई उम्मीद हैं. आप लोगों ने इस शिविर में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और उसका फायदा आपको आपके जीवन में तो मिलेगा ही साथ ही साथ आपके साथ जो सहपाठी हैं. उन्हें भी इसका लाभ मिलना चाहिए.'
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि 'युवाओं के कार्यक्रम में शामिल होने से मेरे अंदर भी ऊर्जा का भी संचार होता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि सात दिवसीय शिविर से युवाओं को भारत की विविध संस्कृति, विचार, आपसी भाईचारा बढ़ाने के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता को मजबूती मिलेगी. राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत शामिल स्वयंसेवक इस शिविर से मिले अनुभव का उपयोग राष्ट्र एवं समाज की सेवा, अनुशासन, जीवन, समाज की बुराइयों को दूर करने के साथ-साथ समाज और देश का नेतृत्व मे मिलेगी.'
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इस दौरान उन्होंने केंद्र की ओर से संचालित एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना साकार करने सहित सामाजिक उत्थान के लिए चलाई जा रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के संकल्प को दोहराया. इसके अलावा स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया, जल एवं पर्यावरण संरक्षण अभियान में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने की बात भी कही.
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश सारण ने कहा एनएसएस के स्वयंसेवक का उत्साह और अनुशासन काबिले तारीफ रहा. उन्होंने उम्मीद जताई कि शिविर में बिताए गए पल वह जीवन भर याद रखेंगे. आने वाले पर्व होली को लेकर भी उन्होंने छात्रों को शुभकामना दी और कहा कि होलिका दहन में अपने की अंदर की बुराई को जलाए. क्रोध, द्वेष ईस्या का दमन करें और प्रेम का रंग समाज में बहाए. यही छात्रों से हम उम्मीद करते हैं.