हजारीबाग: मेडिकल कॉलेज अब अपने अस्तित्व में आता दिख रहा है, जहां एक और भवन बनने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है तो दूसरी ओर अब डॉक्टर और प्रोफेसरों का बहाली भी शुरू हो गई है. 50 से अधिक डॉक्टर और प्रोफेसरों की बहाली हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में कर दी गई है. ऐसे में अब अनुमान लगाया जा रहा है कि इसी सत्र मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी.
500 करोड़ की लागत से बन रहा अस्पताल
हजारीबाग में लगभग 500 करोड़ की लागत से बन रहा मेडिकल कॉलेज पढ़ाई कराने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रहा है. बहुमंजिला भवन बनकर तैयार हो गया है. इसके साथ ही चिकित्सक की पढ़ाई के लिए आवश्यक सारे आधुनिक उपकरण और संसाधन भी मेडिकल कॉलेज में लगाए जा रहे हैं. अब तक कुल 54 चिकित्सकों ने योगदान दे दिया है, जिसमें 13 प्रोफेसर 39 चिकित्सक और प्रिंसिपल शामिल हैं.
प्रोफेसर और चिकित्सकों की जॉइनिंग हजारीबाग सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार और कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एसके सिंह ने लिया है. इसके अलावा अभी और प्रोफेसर, चिकित्सक मेडिकल कॉलेज में ज्वाइन करेगें. हजारीबाग प्रमंडल में वर्तमान में सबसे बड़ा शिक्षण संस्थान यह मेडिकल कॉलेज होगा. इसकी खूबसूरती भी अब देखते ही बन रही है.
बढ़ेगा स्वास्थ्य सेवा का स्तर
हजारीबाग सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए कहा कि अब हजारीबाग में स्वास्थ्य सेवा का स्तर और भी अधिक बढ़ जाएगा. जिस तरह से डॉक्टर की बहाली हो रही है. ऐसे में चिकित्सकों की भी कमी नहीं रहेगी. उन्होंने उम्मीद जताया है कि एमसीआई अब उन्हें क्लीनचिट दे देगी और छात्रों का एडमिशन हजारीबाग में शुरू हो जाएगा.
हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एसके सिंह भी हजारीबाग पहुंच चुके हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि यह उनके लिए काफी गौरव का क्षण है कि उन्हें पहला प्राचार्य बनने का सौभाग्य मिला है. उनका कहना है कि जो भवन हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में बना है वह सारे सुविधा से लैस है. वह काफी अधिक खुश भी है यहां के भवन और इंफ्रास्ट्रक्चर को देखकर. उन्होंने उम्मीद जताई है कि बहुत जल्द ही हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी.