ETV Bharat / city

हजारीबाग: कई नर्सिंग होम के ठिकानों पर प्रशासन की छापेमारी, जब्त हुई अल्ट्रासाउंड की मशीनें

हजारीबाग में प्रशासन ने कई नर्सिंग होम और डायग्नोसिस सेंटर में छापेमारी की. इस दौरान डायग्नोसिस सेंटर को सील किया गया और संबंधित दस्तावेज और अल्ट्रासाउंड की मशीन भी जब्त की गई.

author img

By

Published : May 31, 2019, 10:29 AM IST

नर्सिंग होम के ठिकानों पर प्रशासन की छापेमारी

हजारीबाग: जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई नर्सिंग होम और डायग्नोसिस सेंटर में छापेमारी की. प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 3 नर्सिंग होम को सील कर दिया. वहीं, दो डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है.

देखें पूरी खबर

हजारीबाग उपविकास आयुक्त विजय जाधव की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारी और सदर अस्पताल के डॉक्टरों की टीम द्वारा देर रात तक स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कार्रवाई की गई. नवाबगंज स्थित पूनम नर्सिंग होम, सदर अस्पताल के सामने ओकनी रोड में सहाय नर्सिंग होम और जीवन ज्योति नर्सिंग होम को सील कर दिया गया.

ये भी पढ़ें-अर्जुन मुंडा ने ली मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांटे लड्डू

वहीं, नवाबगंज स्थित सहारा और हेल्थ केयर डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है. 4 घंटे से अधिक चली इस कार्रवाई में प्रशासन के द्वारा नर्सिंग होम से संबंधित दस्तावेज और अल्ट्रासाउंड की मशीन भी जब्त किए गए हैं. छापेमारी के दौरान भ्रूण जांच करने वाले दो डलहौसी सेंटर को भी सील किया गया.

दरअसल, उपविकास आयुक्त विजय जाधव को यह सूचना मिली थी कि जिले में कई डायग्नोसिस सेंटर में भ्रूण जांच कराया जा रहा है और इसी पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने यह सफलता हासिल की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए बकायदा योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की गई है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि कानूनन भ्रूण जांच करना अपराध है. कोई भी डायग्नोसिस सेंटर अगर जांच करवाने जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कार्रवाई करने के बाद उन्होंने जानकारी दी कि हजारीबाग में कई नर्सिंग होम बिना ही किसी लाइसेंस के चलाए जा रहे हैं. नियम कानून को ताक पर रखकर व्यवसाय कर रहे हैं. जांच के दौरान पाया गया कि स्वास्थ्य सुविधा देने के बजाय वह अवैध रूप से बिना किसी सुविधा के नर्सिंग होम चला रहे हैं. जिससे मरीजों के जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है. वहीं, जांच के दौरान नर्सिंग होम के संचालक सामने नहीं आए.

उपविकास आयुक्त विजया जाधव ने छापेमारी के दौरान कई मरीजों को एंबुलेंस से सदर अस्पताल में भेजा. वहां उनकी चिकित्सा सेवा शुरू कराई गई है. उन्होंने मरीजों से अपील भी किया है कि अब सरकारी अस्पताल में सेवा नि:शुल्क दी जा रही है. ऐसे में गैर कानूनी ढंग से जो नर्सिंग होम चल रहे हैं वहां ना जाकर सदर अस्पताल में जाकर सेवा लें.

हजारीबाग: जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई नर्सिंग होम और डायग्नोसिस सेंटर में छापेमारी की. प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 3 नर्सिंग होम को सील कर दिया. वहीं, दो डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है.

देखें पूरी खबर

हजारीबाग उपविकास आयुक्त विजय जाधव की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारी और सदर अस्पताल के डॉक्टरों की टीम द्वारा देर रात तक स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कार्रवाई की गई. नवाबगंज स्थित पूनम नर्सिंग होम, सदर अस्पताल के सामने ओकनी रोड में सहाय नर्सिंग होम और जीवन ज्योति नर्सिंग होम को सील कर दिया गया.

ये भी पढ़ें-अर्जुन मुंडा ने ली मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ, भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांटे लड्डू

वहीं, नवाबगंज स्थित सहारा और हेल्थ केयर डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है. 4 घंटे से अधिक चली इस कार्रवाई में प्रशासन के द्वारा नर्सिंग होम से संबंधित दस्तावेज और अल्ट्रासाउंड की मशीन भी जब्त किए गए हैं. छापेमारी के दौरान भ्रूण जांच करने वाले दो डलहौसी सेंटर को भी सील किया गया.

दरअसल, उपविकास आयुक्त विजय जाधव को यह सूचना मिली थी कि जिले में कई डायग्नोसिस सेंटर में भ्रूण जांच कराया जा रहा है और इसी पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने यह सफलता हासिल की है. उन्होंने कहा कि इसके लिए बकायदा योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की गई है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि कानूनन भ्रूण जांच करना अपराध है. कोई भी डायग्नोसिस सेंटर अगर जांच करवाने जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कार्रवाई करने के बाद उन्होंने जानकारी दी कि हजारीबाग में कई नर्सिंग होम बिना ही किसी लाइसेंस के चलाए जा रहे हैं. नियम कानून को ताक पर रखकर व्यवसाय कर रहे हैं. जांच के दौरान पाया गया कि स्वास्थ्य सुविधा देने के बजाय वह अवैध रूप से बिना किसी सुविधा के नर्सिंग होम चला रहे हैं. जिससे मरीजों के जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है. वहीं, जांच के दौरान नर्सिंग होम के संचालक सामने नहीं आए.

उपविकास आयुक्त विजया जाधव ने छापेमारी के दौरान कई मरीजों को एंबुलेंस से सदर अस्पताल में भेजा. वहां उनकी चिकित्सा सेवा शुरू कराई गई है. उन्होंने मरीजों से अपील भी किया है कि अब सरकारी अस्पताल में सेवा नि:शुल्क दी जा रही है. ऐसे में गैर कानूनी ढंग से जो नर्सिंग होम चल रहे हैं वहां ना जाकर सदर अस्पताल में जाकर सेवा लें.

Intro:हजारीबाग जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कई नर्सिंग होम और डायग्नोसिस सेंटर में छापेमारी किया है। प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 3 नर्सिंग होम को सील कर दिया , वहीं दो डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है।


Body:हजारीबाग उप विकास आयुक्त विजय जाधव के अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारी और सदर अस्पताल के डॉक्टरों की टीम के द्वारा देर रात तक स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कार्यवाही की गई। नवाबगंज स्थित पूनम नर्सिंग होम, सदर अस्पताल के सामने ओकनी रोड में सहाय नर्सिंग होम और अनदर चौक स्थित जीवन ज्योति नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। वहीं नवाबगंज स्थित सहारा और हेल्थ केयर डायग्नोसिस सेंटर को भी सील किया गया है। 4 घंटे से अधिक चली इस कार्रवाई में प्रशासन के द्वारा नर्सिंग होम से संबंधित दस्तावेज और अल्ट्रासाउंड की मशीन भी जप्त किए गए हैं, साथ ही एक दलाल को भी हिरासत में लिया गया छापेमारी के दौरान भ्रूण जांच करने वाले दो डलहौसी सेंटर को भी सील किया गया।

दरअसल हजारीबाग के उप विकास आयुक्त विजय जाधव को यह सूचना मिली थी कि हजारीबाग में कई डायग्नोसिस सेंटर में भ्रूण जांच कराया जा रहा है और इसी पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने यह सफलता हासिल की है ।उन्होंने कहा कि इसके लिए बकायदा योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की गई है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि कानूनन भ्रूण जांच करना अपराध है और कोई भी डायग्नोसिस सेंटर अगर जांच करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई करने के बाद उन्होंने जानकारी दिया कि हजारीबाग में कई नर्सिंग होम बिना ही किसी लाइसेंस के चलाए जा रहे हैं। नियम कानून को ताक पर रखकर व्यवसाय कर रहे हैं।

जांच के दौरान पाया गया कि स्वास्थ्य सुविधा देने के बजाय वह अवैध रूप से बिना किसी सुविधा के नर्सिंग होम चला रहे हैं। जिससे मरीजों के जीवन पर भी खतरा मंडरा रहा है। छापेमारी के दौरान उन्हें यह भी जानकारी मिली कि कई सईया पैसे के लालच में सरकारी अस्पताल के बजाय निजी नर्सिंग होम में मरीजों को भेज रहे हैं ।वहीं सदर अस्पताल में भी सेवा दे रही नर्स भी मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेज रही है। ऐसे में उन्होंने कहा कि अगर कोई भी नर्सिंग सेवा देने वाली नर्स मरीजों को निजी नर्सिंग होम भेजेंगे तो और सूचना सही पाने पर उन पर भी कार्रवाई होगी।

वहीं उप विकास आयुक्त विजया जाधव ने छापेमारी के दौरान कई मरीजों को एंबुलेंस से सदर अस्पताल में भेजा और वहां उनकी चिकित्सा सेवा शुरू कराई गई है। उन्होंने मरीजों से अपील भी किया है कि अब सरकारी अस्पताल में सेवा निशुल्क दी जा रही है ऐसे में गैर कानूनी ढंग से जो नर्सिंग होम चल रहे हैं वहां ना जाकर सदर अस्पताल में जाकर सेवा ले।

जिस तरह से विजय जाधव के नेतृत्व में छापेमारी की गई है ऐसे में नर्सिंग होम के संचालकों मैं भी हड़कंप मच गया है। संचालक भी नर्सिंग होम में नजर नहीं आ रहे हैं ।ऐसे में विजय जाधव ने कहा भी कि यह ताज्जुब की बात है जांच के दौरान कोई भी नर्सिंग होम के संचालक सामने नहीं आए हैं ।जिससे कई तरह की बातें सामने आ रही हैं।



Conclusion: प्रशासन ने स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने को लेकर कार्रवाई की है लेकिन देखने वाली बात होगी कब तक प्रशासन इनकी जड़ों को काटती है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.