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हजारीबाग: इलाज के बाद 6 महीने के बच्चे की मौत, डॉक्टर ने कहा- अगर दोषी हुआ तो सजा के लिए तैयार - हज़ारीबाग में चिकित्सक संघ

डॉक्टर ने कहा कि अगर परिजनो को शिकायत है तो थाने में आवेदन दे सकते हैं. बच्चे का पोस्टमार्टम होगा उसके बाद अगर लो दोषी होंगे तो न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे.

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इलाज के बाद 6 महीने के बच्चे की मौत
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Published : Mar 12, 2021, 3:36 AM IST

Updated : Mar 12, 2021, 4:20 AM IST

हजारीबाग: चौपारण पंचायत चैथी के ग्राम पपरो निवासी अशोक भुईयां के 6 माह के बच्चे की मौत हो गई. मौत के बाद बच्चे को लेकर पायल फार्मा के सामने परिजनो ने जमकर हंगामा किया. बच्चे के पिता अशोक भुईयां ने बताया कि उनका बच्चा बीमार था. इलाज कराने के लिये निजी क्लीनिक पायल फार्मा में डॉ धीरज कुमार के पास लाए. उन्होंने इलाज करके दवा देकर घर भेज दिया.

यह भी पढ़ें: दफ्तर-दफ्तर जाकर अधिकारियों को जिंदा होने का सबूत दे रही महिला, मुखिया ने कागज पर घोषित कर दिया मृत

घर में डॉ धीरज कुमार की दी गई दवा देने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और देखते ही देखते बच्चे ने दम तोड़ दिया. इधर, मृत बच्चे को गोद में लिये रोती बिलखती मां ने कहा कि मेरे बेटा को अप्रशिक्षित कंपाउंडर ने इंजेक्शन दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई. मामले को लेकर डॉ धीरज कुमार ने बताया कि बच्चे का इलाज दोपहर 12 बजे किया था. दवा देकर घर भेज दिया गया. उसके बाद शाम को यह घटना हुई है. बच्चे को उल्टी दस्त हो रहा था. उसकी दवा दी गई थी. बच्चे को जो बीमारी थी उसके अनुसार दवा दी गई.

डॉक्टर ने कहा कि अगर परिजनो को शिकायत है तो थाने में आवेदन दे सकते हैं. बच्चे का पोस्टमार्टम होगा उसके बाद अगर लो दोषी होंगे तो न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे. घटना की सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर रोहित सिंह, सीओ गौरी शंकर प्रसाद, थाना प्रभारी बिनोद तिर्की, मुखिया शम्भु नारायण सिंह, पूर्व मुखिया उपेंद्र यादव उर्फ गुलाबी यादव, समाजसेवी डॉ रामानुज कुमार सहित कई लोगों ने घटना की जानकारी ली.

हजारीबाग: चौपारण पंचायत चैथी के ग्राम पपरो निवासी अशोक भुईयां के 6 माह के बच्चे की मौत हो गई. मौत के बाद बच्चे को लेकर पायल फार्मा के सामने परिजनो ने जमकर हंगामा किया. बच्चे के पिता अशोक भुईयां ने बताया कि उनका बच्चा बीमार था. इलाज कराने के लिये निजी क्लीनिक पायल फार्मा में डॉ धीरज कुमार के पास लाए. उन्होंने इलाज करके दवा देकर घर भेज दिया.

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घर में डॉ धीरज कुमार की दी गई दवा देने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने लगी और देखते ही देखते बच्चे ने दम तोड़ दिया. इधर, मृत बच्चे को गोद में लिये रोती बिलखती मां ने कहा कि मेरे बेटा को अप्रशिक्षित कंपाउंडर ने इंजेक्शन दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई. मामले को लेकर डॉ धीरज कुमार ने बताया कि बच्चे का इलाज दोपहर 12 बजे किया था. दवा देकर घर भेज दिया गया. उसके बाद शाम को यह घटना हुई है. बच्चे को उल्टी दस्त हो रहा था. उसकी दवा दी गई थी. बच्चे को जो बीमारी थी उसके अनुसार दवा दी गई.

डॉक्टर ने कहा कि अगर परिजनो को शिकायत है तो थाने में आवेदन दे सकते हैं. बच्चे का पोस्टमार्टम होगा उसके बाद अगर लो दोषी होंगे तो न्यायालय के आदेश का पालन करेंगे. घटना की सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर रोहित सिंह, सीओ गौरी शंकर प्रसाद, थाना प्रभारी बिनोद तिर्की, मुखिया शम्भु नारायण सिंह, पूर्व मुखिया उपेंद्र यादव उर्फ गुलाबी यादव, समाजसेवी डॉ रामानुज कुमार सहित कई लोगों ने घटना की जानकारी ली.

Last Updated : Mar 12, 2021, 4:20 AM IST
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