जमुआ, गिरिडीह: जमुआ प्रखंड के चिलगा पंचायत अंतर्गत चिरूडीह गांव की एक गरीब महिला सावित्री देवी की कथित रुप से भूख से मौत हो गई. महिला की मौत के पीछे परिजन और ग्रामीण भूख को कारण बता रहे हैं.
'घर में नहीं था अनाज'
बताया जाता है कि चिरूडीह का रहनेवाला रामेश्वर तुरी गरीब मजदूर है. रामेश्वर की पत्नी सावित्री की मौत हो गई है. इस घटना के बाद परिजनों का कहना है कि सावित्री की मौत घर में अनाज नहीं रहने के कारण हुई है. अनाज नहीं रहने के कारण दो दिनों से घर का चुल्हा नहीं जल रहा था. ऐसे में उसकी पत्नी को भोजन नहीं मिल रहा था. जिसके कारण उसकी पत्नी भूखी थी और उसकी जान चली गई.
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राज्य सरकार को भी गरीब विरोधी बताया
इधर, मामले की जानकारी मिलते ही धनवार विधानसभा के भाकपा माले विधायक राजकुमार यादव पहुंचे. माले विधायक ने इसकी जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि महिला के परिजनों को राशन कार्ड क्यों नहीं मिला इसकी जांच होनी चाहिए. विधायक ने राज्य सरकार को भी गरीब विरोधी बताया है.
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अधिकारियों ने क्या कहा
वहीं, मामले की सूचना पर बुधवार को जमुआ सीओ रामबालक कुमार और एमओ राजीव कुमार भी मृतका के घर पर पहुंचे. दोनों का कहना है कि भूख से मरने की बात गलत है. जांच में यह बात सामने आई है कि महिला पिछले छह माह से बीमार थी. अभी जांच हो रही है. उन्होंने कहा कि राशन कार्ड नहीं बनने की भी जांच हो रही है. एमओ राजीव कहते हैं कि यदि परिवार के पास अनाज नहीं था तो इसकी सूचना देनी चाहिए थी. हर डीलर के पास अलग से अनाज रहता है जिसे जरूरत पर उपयोग किया जाता है.