ETV Bharat / city

गिरिडीहः धार्मिक स्थल में हाथियों ने जमकर मचाया उत्पात, नहीं थम रहा गजराजों का आतंक

author img

By

Published : Jul 4, 2020, 4:02 PM IST

गिरिडीह के सरिया प्रखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल राजदाह धाम में जंगली हाथियों ने रात्रि में जमकर तांडव मचाया है. हाथियों ने मंदिर परिसर में स्थित विवाह भवन, चारदीवारी, खपरैल मकान आदि को क्षतिग्रस्त कर दिया है. इससे लोगों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश है.

Wild elephants created havoc in giridh
हाथियों ने कई घरों को तोड़ा

बगोदर, गिरिडीह: हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल क्षेत्र के सरिया वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथियों ने शुक्रवार को रात जमकर तांडव मचाया है. हाथियों ने सरिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल राजदाह धाम को भी नुकसान पहुंचाया है. मंदिर सहित इस परिसर में बने विवाह भवन, चारदीवारी, खपरैल मकान मकान आदि को हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है.

देखें पूरी खबर

बताया जाता है कि रात 11 बजे के करीब हाथियों ने यहां दस्तक देने के साथ उत्पात मचाना शुरू कर दिया. झुंड में करीब 16 हाथी थे. मंदिर के पुजारी अरूण पांडेय ने हाथियों द्वारा बरपाए गए कहर की क्षतिपूर्ति की मांग की है. इसके साथ हीं हाथियों को इलाके से खदेड़ने की मांग की जा रही है.

तीन दिन पूर्व भी मचायी थी तबाही
सरिया वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथियों के तांडव की यह पहली घटना नहीं है. इसके तीन दिन पहले भी सरिया के सर्वोदय आश्रम परिसर में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था. हाथियों ने कई खपरैल घरों को क्षतिग्रस्त करते हुए घरों में रखे अनाजों को चट किया था. इससे आक्रोशित लोगों ने वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए हाथियों को भगाने और क्षतिपूर्ति का भुगतान करने की मांग की थी.

ये भी पढ़ें- चाईबासा: हाथियों को बिजली की तार से बचाने की कवायद शुरू, वन विभाग ग्रामीणों को कर रहा जागरूक


डेढ़-दो महीने से इलाके में तांडव मचा रहे गजराज
सरिया थाना क्षेत्र में गजराजों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में गजराजों का आतंक डेढ़-दो महीने से जारी है. गजराजों ने अब तक आधा दर्जन से अधिक गांवों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए खेतों में लगी फसलों को चट करने, उसे नष्ट करने और घरों को क्षतिग्रस्त करने जैसी घटनाओं का अंजाम दे चुके हैं.

राहत की बात यह है कि गजराजों ने अब तक किसी की जान को नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन समय रहते गजराजों को खदेड़ा नहीं गया तब जान माल का भी नुकसान होने की संभावना बनी हुई है. पिछले साल ही हाथियों ने बगोदर- सरिया बोर्डर के पास बसे देवराडीह पंचायत के केंझिया गांव में एक बच्चे और एक महिला को कुचलकर मार डाला था. गजराजों में अब तक सरिया थाना क्षेत्र के राजदाह धाम, सर्वोदय आश्रम, गडैया, निमाटांड, छोटकी सरिया, बड़की सरिया, चौधरीडीह, आछुआटांड, ठाकुरबारी टोला में उत्पात मचाया जा चुका है.

बताया जाता है कि झुंड में एक दर्जन से अधिक गजराज शामिल हैं. वन विभाग द्वारा सूचना मिलने पर गजराजों को इधर से उधर खदेड़ दिया जाता है. वन विभाग का कहना है कि लॉकडाउन के कारण गजराजों को खदेड़ने के लिए एक्सपर्ट टीम का पहुंचना मुश्किल है. दूसरी ओर हाथियों के तांडव से इलाके के लोग दहशत में हैं.

बगोदर, गिरिडीह: हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल क्षेत्र के सरिया वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथियों ने शुक्रवार को रात जमकर तांडव मचाया है. हाथियों ने सरिया के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल राजदाह धाम को भी नुकसान पहुंचाया है. मंदिर सहित इस परिसर में बने विवाह भवन, चारदीवारी, खपरैल मकान मकान आदि को हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है.

देखें पूरी खबर

बताया जाता है कि रात 11 बजे के करीब हाथियों ने यहां दस्तक देने के साथ उत्पात मचाना शुरू कर दिया. झुंड में करीब 16 हाथी थे. मंदिर के पुजारी अरूण पांडेय ने हाथियों द्वारा बरपाए गए कहर की क्षतिपूर्ति की मांग की है. इसके साथ हीं हाथियों को इलाके से खदेड़ने की मांग की जा रही है.

तीन दिन पूर्व भी मचायी थी तबाही
सरिया वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथियों के तांडव की यह पहली घटना नहीं है. इसके तीन दिन पहले भी सरिया के सर्वोदय आश्रम परिसर में हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया था. हाथियों ने कई खपरैल घरों को क्षतिग्रस्त करते हुए घरों में रखे अनाजों को चट किया था. इससे आक्रोशित लोगों ने वन विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए हाथियों को भगाने और क्षतिपूर्ति का भुगतान करने की मांग की थी.

ये भी पढ़ें- चाईबासा: हाथियों को बिजली की तार से बचाने की कवायद शुरू, वन विभाग ग्रामीणों को कर रहा जागरूक


डेढ़-दो महीने से इलाके में तांडव मचा रहे गजराज
सरिया थाना क्षेत्र में गजराजों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में गजराजों का आतंक डेढ़-दो महीने से जारी है. गजराजों ने अब तक आधा दर्जन से अधिक गांवों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए खेतों में लगी फसलों को चट करने, उसे नष्ट करने और घरों को क्षतिग्रस्त करने जैसी घटनाओं का अंजाम दे चुके हैं.

राहत की बात यह है कि गजराजों ने अब तक किसी की जान को नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन समय रहते गजराजों को खदेड़ा नहीं गया तब जान माल का भी नुकसान होने की संभावना बनी हुई है. पिछले साल ही हाथियों ने बगोदर- सरिया बोर्डर के पास बसे देवराडीह पंचायत के केंझिया गांव में एक बच्चे और एक महिला को कुचलकर मार डाला था. गजराजों में अब तक सरिया थाना क्षेत्र के राजदाह धाम, सर्वोदय आश्रम, गडैया, निमाटांड, छोटकी सरिया, बड़की सरिया, चौधरीडीह, आछुआटांड, ठाकुरबारी टोला में उत्पात मचाया जा चुका है.

बताया जाता है कि झुंड में एक दर्जन से अधिक गजराज शामिल हैं. वन विभाग द्वारा सूचना मिलने पर गजराजों को इधर से उधर खदेड़ दिया जाता है. वन विभाग का कहना है कि लॉकडाउन के कारण गजराजों को खदेड़ने के लिए एक्सपर्ट टीम का पहुंचना मुश्किल है. दूसरी ओर हाथियों के तांडव से इलाके के लोग दहशत में हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.