गिरिडीह: गावां में पिछले 10 दिनों से पेयजल आपूर्ति बंद है. इससे गावां, पटना, माल्डा और नगवां पंचायत के लगभग 20 हजार की आबादी के समक्ष गंभीर पेयजल संकट उत्पन्न हो गई है. सबसे बड़ी समस्या गावां और माल्डा बाजार के लोगों को हो रही है. गावां और माल्डा बाजार की लगभग आबादी पानी के लिए पेयजल आपूर्ति पर ही निर्भर हैं. यहां के लोगों को अब पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए माथापच्ची करनी पड़ रही है. साधन संपन्न लोग तो खरीद कर पानी पी रहै हैं. पर गरीबों के समक्ष स्थिति भयावह हो गई है. घर के बड़े समेत बच्चों पर भी घर में पानी की व्यवस्था की जिम्मेवारी आ पड़ी है. इस बरसात के मौसम में भी लोगों को पानी के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें- कोरोना ने लोगों को बनाया डिजिटल, प्रधानमंत्री का सपना हो रहा पूरा
दूषित पानी पीने को मजबूर
पानी की सप्लाई बंद रहने के कारण लोग मजबूरन कुआं और चापानल का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं. बरसात के मौसम में कुआं के साथ-साथ चापानल का भी पानी दूषित हो जाता है. सप्लाई बंद होने के कारण लोग नदी, कुआं और चापानल का पानी पी रहे हैं. इससे डायरिया जैसी बीमारी फैलने की भी संभावना बनी हुई है.
ये भी पढ़ें- कारगिल विजय दिवस विशेष: गुमला के शहीद जॉन अगस्तुस गुमनामी के अंधेरे में गुम
वज्रपात से खराब हुआ मोटर और स्टार्टर: संवेदक
पेयजल आपूर्ति का जिम्मा संभाल रहे संवेदक दिलीप यादव ने बताया कि वज्रपात हो जाने के कारण मोटर और स्टार्टर में खराबी आ गई है. इस कारण ही पानी सप्लाई बंद है. इसकी सूचना विभाग के जेई और एई को दे दी गई है, मोटर की मरम्मती होने के बाद ही पानी का सप्लाई शुरू हो पाएगा.