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गिरिडीह के 51 स्कूलों में है पानी की समस्या, हलक की प्यास बुझाने के लिए भटकते हैं बच्चे

गिरिडीह के कई स्कूलों में पानी की समस्या है. कुछ ऐसे स्कूल भी हैं जहां गंदा पानी ही बच्चों को मिल पाता है. आंगनबाड़ी केंद्रों में भी इसी तरह की समस्या देखी जा रही है. हालांकि विभाग को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.

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Published : Mar 22, 2021, 2:26 PM IST

Updated : Mar 22, 2021, 2:56 PM IST

गिरिडीह: जिले में गर्मी की आहट के साथ ही जल संकट भी मंडराने लगा है. कई गांव में पानी की समस्या देखी जा रही है. स्कूलों में भी पानी की समस्या रहने की शिकायत भी मिल रही है. ईटीवी भारत ने सरकारी स्कूलों में पानी की समस्या की जानकारी लेने की कोशिश की है. इस दौरान कई स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है. कुछ एक स्कूलों में चापाकलों से गंदा पानी निकलता है तो एक दो स्कूल से पानी के मोटर की चोरी हो गई है. जिससे पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- गिरिडीह: जल संचय के लिए श्रमदान कर हो रहा तालाब का गहरीकरण, किसानों को होगा फायदा

चापाकल से निकलता है गंदा पानी

इस तरह की समस्या सदर प्रखंड के बेलाटांड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखने को मिली. इस स्कूल में चापाकल तो है लेकिन उससे गंदा पानी निकलता है. इस पानी को कुछ देर छोड़ दिया जाए तो पानी का रंग ही बदल जाता है. इस स्कूल में सीसीएल का सप्लाई वाटर की भी व्यवस्था है लेकिन आए दिन इस जलापूर्ति से पानी की आपूर्ति ही नहीं होती है. स्कूल के प्रधानाध्यापक अमृत साव का कहना है कि कुछ समस्या है, जिसका निदान निकाला जा रहा है.

मोटर चोरी से पानी की समस्या

इसी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी में भी पानी की समस्या है. यहां पर पानी के लिए बोरिंग करवाया गया था लेकिन चोरों में मोटर पर ही हाथ साफ कर दिया. अभी यहां पुराने नलकूप को ठीक करवाया गया है. इसके बावजूद पानी की समुचित सुविधा नहीं है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार कहते हैं कि पानी की समुचित व्यवस्था के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है.

51 स्कूलों की है यह स्थिति
गिरिडीह जिले में 3,216 उत्क्रमित प्राथमिक और मध्य विद्यालय है. इनमें से ज्यादातर स्कूलों में पानी के लिए चापाकल की व्यवस्था है. शहर और इससे सटे इलाके के कई स्कूलों में सप्लाई वाटर आता है. इस मामले पर जिला शिक्षा अधीक्षक अरविंद कुमार का कहना है कि पानी को लेकर स्कूलों का सर्वे कराया गया है. ऐसे 51 स्कूल चिन्हित किए गए हैं. जहां पानी की कमी है.


आंगनबाड़ी में भी पानी की समस्या
जिले के ज्यादातर आंगनबाड़ी में इस तरह की ही समस्या है. अगदोनी खुर्द आंगनबाड़ी केंद्र इसी तरह की परेशानी झेल रहा है. यहां पानी का मोटर जल गया है. इस संदर्भ में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि 2,431 आंगनबाड़ी जिले में संचालित है. इनमें से 1,400 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन है. जहां पानी की समस्या है, उसकी सूची संबंधित विभाग को दे दी गई है.

गिरिडीह: जिले में गर्मी की आहट के साथ ही जल संकट भी मंडराने लगा है. कई गांव में पानी की समस्या देखी जा रही है. स्कूलों में भी पानी की समस्या रहने की शिकायत भी मिल रही है. ईटीवी भारत ने सरकारी स्कूलों में पानी की समस्या की जानकारी लेने की कोशिश की है. इस दौरान कई स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है. कुछ एक स्कूलों में चापाकलों से गंदा पानी निकलता है तो एक दो स्कूल से पानी के मोटर की चोरी हो गई है. जिससे पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- गिरिडीह: जल संचय के लिए श्रमदान कर हो रहा तालाब का गहरीकरण, किसानों को होगा फायदा

चापाकल से निकलता है गंदा पानी

इस तरह की समस्या सदर प्रखंड के बेलाटांड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में देखने को मिली. इस स्कूल में चापाकल तो है लेकिन उससे गंदा पानी निकलता है. इस पानी को कुछ देर छोड़ दिया जाए तो पानी का रंग ही बदल जाता है. इस स्कूल में सीसीएल का सप्लाई वाटर की भी व्यवस्था है लेकिन आए दिन इस जलापूर्ति से पानी की आपूर्ति ही नहीं होती है. स्कूल के प्रधानाध्यापक अमृत साव का कहना है कि कुछ समस्या है, जिसका निदान निकाला जा रहा है.

मोटर चोरी से पानी की समस्या

इसी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी में भी पानी की समस्या है. यहां पर पानी के लिए बोरिंग करवाया गया था लेकिन चोरों में मोटर पर ही हाथ साफ कर दिया. अभी यहां पुराने नलकूप को ठीक करवाया गया है. इसके बावजूद पानी की समुचित सुविधा नहीं है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार कहते हैं कि पानी की समुचित व्यवस्था के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है.

51 स्कूलों की है यह स्थिति
गिरिडीह जिले में 3,216 उत्क्रमित प्राथमिक और मध्य विद्यालय है. इनमें से ज्यादातर स्कूलों में पानी के लिए चापाकल की व्यवस्था है. शहर और इससे सटे इलाके के कई स्कूलों में सप्लाई वाटर आता है. इस मामले पर जिला शिक्षा अधीक्षक अरविंद कुमार का कहना है कि पानी को लेकर स्कूलों का सर्वे कराया गया है. ऐसे 51 स्कूल चिन्हित किए गए हैं. जहां पानी की कमी है.


आंगनबाड़ी में भी पानी की समस्या
जिले के ज्यादातर आंगनबाड़ी में इस तरह की ही समस्या है. अगदोनी खुर्द आंगनबाड़ी केंद्र इसी तरह की परेशानी झेल रहा है. यहां पानी का मोटर जल गया है. इस संदर्भ में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि 2,431 आंगनबाड़ी जिले में संचालित है. इनमें से 1,400 आंगनबाड़ी केंद्रों को अपना भवन है. जहां पानी की समस्या है, उसकी सूची संबंधित विभाग को दे दी गई है.

Last Updated : Mar 22, 2021, 2:56 PM IST
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