गिरिडीह: पुलिस की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी बच्चा चोरी की अफवाहों से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. बहकावे में आकर निर्दोषों की पिटाई की जा रही है. यहां तक की दिव्यांग, मानसिक रोगियों को भी नहीं ब्ख्शा जा रहा है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण मॉब लिंचिंग होने से फिर एक बार रोका गया.
पुलिस ने बचाई जान
शुक्रवार की रात और शनिवार को जिले के गावां और हीरोडीह थाना इलाके में इस तरह के चार मामले सामने आए. हालांकि चारों मामले में कुछ स्थानीय लोगों और पुलिस की सहायता से भुक्तभोगियों की जान बचाई जा सकी.
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बेरहमी से पिटाई
बता दें कि गावां थाना इलाके के तराई में एक युवक की ग्रामीणों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने चौकीदार को गांव भेजा और जिस युवक की पिटाई की जा रही थी उसे बचाया गया. पिटाई से घायल हुए युवक को थाना लाया गया. जहां पर युवक का इलाज भी करवाया गया.
बच्चा चोर के शक में इलाज कराने आए शख्स की पिटाई
बाद में छानबीन की गई तो पता चला कि जिस युवक की पिटाई की गई है वह मानसिक रोगी है. वह अपने पिता के साथ पिहरा अपने दोस्त मो. अयूब के घर इलाज के लिए आया था. मानसिक तौर पर बीमार रहने के कारण रात में उक्त युवक दोस्त के घर से निकल कर रास्ते से भटकते हुए तराय चला गया. जहां बच्चा चोर समझकर लोगों ने उसकी पिटाई कर दी.
अफवाह पर दिव्यांग की पिटाई
दूसरी घटना गावां थाना इलाके के अमतरो गांव की है. यहां भी शनिवार को बच्चा चोर की अफवाह में एक दिव्यांग की पिटाई कर दी. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही गांव पहुंची और युवक को भीड़ के चंगुल से बचाते हुए थाना लेकर पहुंची. युवक के पास से एक पासबुक मिला जिसपर युवक का नाम धीरज कुमार और पता मनाई लिखा हुआ है.
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एक महिला को बचाया गया
वहीं, एक अन्य घटना शुक्रवार की रात गावां ब्लॉक मोड़ के पास की है. यहां पर एक मानसिक रोगी महिला को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर घेर लिया. लोग महिला की पिटाई पर आमदा थे, लेकिन कुछ लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए महिला को बचाया और गावां पुलिस को सौंपा.
बच्चा चोर समझकर पिटाई
इस संबंध में एएसआई हसनैन अंसारी ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति मानसिक रोगी है. बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी. उन्होंने बताया कि सक्रियता के कारण मॉब लिंचिंग का शिकार होने से युवक को बचाया गया. युवक की पहचान हीरोडीह थाना क्षेत्र के जरीडीह निवासी इमामुल अंसारी के बेटे फिरोज अंसारी के रूप में की गई. फिलहाल युवक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.
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होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की अफवाह पर ध्यान नहीं दें. वहीं कानून हाथ में लेनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी घटना की जांच की जा रही है. खोरीमहुआ एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ राजीव कुमार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. साथ ही कहा है कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की जाएगी.