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मॉब लिंचिंग की वारदात टली, बच्चा चोरी की अफवाह में पिट रहे दिव्यांग को पुलिस ने बचाया - गिरिडीह न्यूज

गिरिडीह में दो दिनों में बच्चा चोरी की अफवाह के चार मामले सामने आ गए. वहीं बच्चा चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने एक दिव्यांग और मानसिक रोगी को पकड़ उसकी जमकर पिटाई करते हुए जान लेने पर उतारू हो गए, लेकिन गिरिडीह पुलिस ने क्विक एक्शन लेते हुए मॉब लिंचिंग की घटना होने से रोक लिया और भीड़ से उन्हें बचाकर थाने ले आई.

अफवाह में पकड़े गए युवक
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Published : Aug 31, 2019, 11:20 PM IST

गिरिडीह: पुलिस की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी बच्चा चोरी की अफवाहों से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. बहकावे में आकर निर्दोषों की पिटाई की जा रही है. यहां तक की दिव्यांग, मानसिक रोगियों को भी नहीं ब्ख्शा जा रहा है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण मॉब लिंचिंग होने से फिर एक बार रोका गया.

देखें पूरी खबर

पुलिस ने बचाई जान
शुक्रवार की रात और शनिवार को जिले के गावां और हीरोडीह थाना इलाके में इस तरह के चार मामले सामने आए. हालांकि चारों मामले में कुछ स्थानीय लोगों और पुलिस की सहायता से भुक्तभोगियों की जान बचाई जा सकी.

ये भी पढ़ें- घड़बड़ गांव में सब कुछ है गड़बड़, जवानी में ही बुड्ढे हो रहे हैं युवा

बेरहमी से पिटाई
बता दें कि गावां थाना इलाके के तराई में एक युवक की ग्रामीणों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने चौकीदार को गांव भेजा और जिस युवक की पिटाई की जा रही थी उसे बचाया गया. पिटाई से घायल हुए युवक को थाना लाया गया. जहां पर युवक का इलाज भी करवाया गया.

बच्चा चोर के शक में इलाज कराने आए शख्स की पिटाई
बाद में छानबीन की गई तो पता चला कि जिस युवक की पिटाई की गई है वह मानसिक रोगी है. वह अपने पिता के साथ पिहरा अपने दोस्त मो. अयूब के घर इलाज के लिए आया था. मानसिक तौर पर बीमार रहने के कारण रात में उक्त युवक दोस्त के घर से निकल कर रास्ते से भटकते हुए तराय चला गया. जहां बच्चा चोर समझकर लोगों ने उसकी पिटाई कर दी.

अफवाह पर दिव्यांग की पिटाई
दूसरी घटना गावां थाना इलाके के अमतरो गांव की है. यहां भी शनिवार को बच्चा चोर की अफवाह में एक दिव्यांग की पिटाई कर दी. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही गांव पहुंची और युवक को भीड़ के चंगुल से बचाते हुए थाना लेकर पहुंची. युवक के पास से एक पासबुक मिला जिसपर युवक का नाम धीरज कुमार और पता मनाई लिखा हुआ है.

ये भी पढ़ें- एक महिला पर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप, स्थानीय महिलाओं ने SSP से की शिकायत

एक महिला को बचाया गया
वहीं, एक अन्य घटना शुक्रवार की रात गावां ब्लॉक मोड़ के पास की है. यहां पर एक मानसिक रोगी महिला को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर घेर लिया. लोग महिला की पिटाई पर आमदा थे, लेकिन कुछ लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए महिला को बचाया और गावां पुलिस को सौंपा.

बच्चा चोर समझकर पिटाई
इस संबंध में एएसआई हसनैन अंसारी ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति मानसिक रोगी है. बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी. उन्होंने बताया कि सक्रियता के कारण मॉब लिंचिंग का शिकार होने से युवक को बचाया गया. युवक की पहचान हीरोडीह थाना क्षेत्र के जरीडीह निवासी इमामुल अंसारी के बेटे फिरोज अंसारी के रूप में की गई. फिलहाल युवक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.

ये भी पढ़ें- जेपी नड्डा का कांग्रेस पर हमला, कहा- गांधी परिवार ने देश को लगाया चूना

होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की अफवाह पर ध्यान नहीं दें. वहीं कानून हाथ में लेनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी घटना की जांच की जा रही है. खोरीमहुआ एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ राजीव कुमार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. साथ ही कहा है कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की जाएगी.

गिरिडीह: पुलिस की ओर से लगातार जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी बच्चा चोरी की अफवाहों से लोग बाहर नहीं निकल रहे हैं. बहकावे में आकर निर्दोषों की पिटाई की जा रही है. यहां तक की दिव्यांग, मानसिक रोगियों को भी नहीं ब्ख्शा जा रहा है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण मॉब लिंचिंग होने से फिर एक बार रोका गया.

देखें पूरी खबर

पुलिस ने बचाई जान
शुक्रवार की रात और शनिवार को जिले के गावां और हीरोडीह थाना इलाके में इस तरह के चार मामले सामने आए. हालांकि चारों मामले में कुछ स्थानीय लोगों और पुलिस की सहायता से भुक्तभोगियों की जान बचाई जा सकी.

ये भी पढ़ें- घड़बड़ गांव में सब कुछ है गड़बड़, जवानी में ही बुड्ढे हो रहे हैं युवा

बेरहमी से पिटाई
बता दें कि गावां थाना इलाके के तराई में एक युवक की ग्रामीणों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने चौकीदार को गांव भेजा और जिस युवक की पिटाई की जा रही थी उसे बचाया गया. पिटाई से घायल हुए युवक को थाना लाया गया. जहां पर युवक का इलाज भी करवाया गया.

बच्चा चोर के शक में इलाज कराने आए शख्स की पिटाई
बाद में छानबीन की गई तो पता चला कि जिस युवक की पिटाई की गई है वह मानसिक रोगी है. वह अपने पिता के साथ पिहरा अपने दोस्त मो. अयूब के घर इलाज के लिए आया था. मानसिक तौर पर बीमार रहने के कारण रात में उक्त युवक दोस्त के घर से निकल कर रास्ते से भटकते हुए तराय चला गया. जहां बच्चा चोर समझकर लोगों ने उसकी पिटाई कर दी.

अफवाह पर दिव्यांग की पिटाई
दूसरी घटना गावां थाना इलाके के अमतरो गांव की है. यहां भी शनिवार को बच्चा चोर की अफवाह में एक दिव्यांग की पिटाई कर दी. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही गांव पहुंची और युवक को भीड़ के चंगुल से बचाते हुए थाना लेकर पहुंची. युवक के पास से एक पासबुक मिला जिसपर युवक का नाम धीरज कुमार और पता मनाई लिखा हुआ है.

ये भी पढ़ें- एक महिला पर सेक्स रैकेट चलाने का आरोप, स्थानीय महिलाओं ने SSP से की शिकायत

एक महिला को बचाया गया
वहीं, एक अन्य घटना शुक्रवार की रात गावां ब्लॉक मोड़ के पास की है. यहां पर एक मानसिक रोगी महिला को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर घेर लिया. लोग महिला की पिटाई पर आमदा थे, लेकिन कुछ लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए महिला को बचाया और गावां पुलिस को सौंपा.

बच्चा चोर समझकर पिटाई
इस संबंध में एएसआई हसनैन अंसारी ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति मानसिक रोगी है. बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी. उन्होंने बताया कि सक्रियता के कारण मॉब लिंचिंग का शिकार होने से युवक को बचाया गया. युवक की पहचान हीरोडीह थाना क्षेत्र के जरीडीह निवासी इमामुल अंसारी के बेटे फिरोज अंसारी के रूप में की गई. फिलहाल युवक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.

ये भी पढ़ें- जेपी नड्डा का कांग्रेस पर हमला, कहा- गांधी परिवार ने देश को लगाया चूना

होगी कार्रवाई
थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की अफवाह पर ध्यान नहीं दें. वहीं कानून हाथ में लेनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी घटना की जांच की जा रही है. खोरीमहुआ एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ राजीव कुमार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. साथ ही कहा है कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की जाएगी.

Intro:गिरिडीह. पुलिस द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाये जाने के बाद भी बच्चा चोरी की अफवाहों पर लोग ध्यान दे रहे है और बहकावे में आकर निर्दोषों की पिटाई की जा रही है. यहां तक की दिव्यांग-मानसिक रोगियों को भी नहीं ब्ख्शा जा रहा है. शुक्रवार की रात व शनिवार को जिले के गावां व हीरोडीह थाना इलाके में इस तरह के चार मामले प्रकाश में आये. हालांकि चारों मामले में कुछ स्थानीय प्रबुद्ध लोगों व पुलिस की सहायता से भुक्तभोगियों की जान बचायी जा सकी. Body:गावां थाना इलाके के तराई में एक युवक को ग्रामीणों ने बेरहमी से पिटाई कर दी. इसकी जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने चौकीदार को गांव भेजा और जिस युवक की पिटाई की जा रही थी उसे बचाया गया. पिटाई से घायल हुए युवक को थाना लाया गया. जहां पर युवक का इलाज भी करवाया गया. बाद में छानबीन की गयी तो पता चला कि जिस युवक की पिटाई की गयी है वह मानसिक रोगी है. वह अपने पिता के साथ पिहरा अपने मित्र मो. अयूब के घर इलाज के लिये आया था. मानसिक तौर पर बीमार रहने के कारण रात में उक्त युवक मित्र के घर से निकल कर जंगली रास्ते से भटकते हुए तराय चला गया जहां बच्चा चोर समझकर लोगों ने पिटाई कर दी.
दूसरी घटना गावां थाना इलाके के अमतरो गांव की है. यहां भी शनिवार को बच्चा चोर की अफवाह में एक दिव्यांग (बोल सुन नहीं सकनेवाला) की पिटाई कर दी गयी. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही गांव पहुंची और युवक को भीङ के चंगुल से बचाते हुए थाना लाया. युवक के पास से एक पासबुक मिला जिसपर युवक का नाम धीरज कुमार व पता मनाई लिखा हुआ है.
वहीं एक अन्य घटना शुक्रवार की रात गावां ब्लॉक मोड़ के पास की है. यहां पर एक मानसिक रोगी महिला को लोगों ने बच्चा चोर समझ कर घेर लिया. लोग महिला की पिटाई पर आमदा थे लेकिन प्रबुद्ध लोगों ने हस्तक्षेप करते हुए महिला को बचाया और गावां पुलिस को सौंपा.
इधर हीरोडीह प्रतिनिधि के अनुसार शनिवार की दोपहर को गांव में घूम रहे एक मानसिक रोगी को लोगों ने पकङ लिया. मानसिक रोगी को बच्चा चोर समझकर पहले पीटा गया और बाद में खंभे से बांधकर पुन: पिटाई की गयी. हालांकि खबर पाकर हीरोडीह थाना के एएसआई हसनैन अंसारी दल बल के साथ घटना पर पहुंच और भीङ के चंगुल से युवक को निकालकर इलाज के लिए जमुआ के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. इस संबंध में एएसआई हसनैन अंसारी ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति मानसिक रोगी है. उसे बच्चा चोर समझकर ग्रामीणों द्वारा पिटाई कर दी गयी. बताया कि सक्रियता के कारण मॉब लिंचिंग का शिकार होने से युवक को बचाया गया. युवक की पहचान हीरोडीह थाना क्षेत्र के जरीडीह निवासी ईमामुल अंसारी के पुत्र फिरोज अंसारी के रूप में की गयी. फिलहाल युवक को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.Conclusion:कानून हाथ में लेनेवालों पर होगी कार्रवाई: पुरूषोत्तम
थाना प्रभारी पुरूषोत्तम कुमार ने कहा कि ग्रामीण बच्चा चोर की अफवाह पर ध्यान नहीं दें. वहीं कानून हाथ में लेनेवालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. कहा कि तीनों घटना की जांच की जा रही है.

अफवाह से बचने की अपील
इधर खोरीमहुआ एसडीओ धीरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ राजीव कुमार, लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. साथ ही कहा है कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की जायेगी.

बाइट: पुरूषोतम कुमार, थाना प्रभारी गावां
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