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मलेशिया में तीन प्रवासी मजदूरों के फंसे होने की आशंका, एक सप्ताह से परिजनों से नहीं हो रहा संपर्क

बगोदर प्रखंड क्षेत्र के तीन प्रवासी मजदूरों के मलेशिया में फंसे होने की संभावना है. तीनों का एक सप्ताह से घर से संपर्क नहीं होने से यह संभावना बनी हुई है. इससे परिजनों में मायूसी छाई हुई है. बताया जा रहा कि तीनों युवकों का मोबाइल एक सप्ताह से बंद रह रहा है. परिजनों के अनुसार तीनों युवकों से परिजनों की आखिरी बात 14 जुलाई को हुई थी, उसके बाद से मोबाइल ऑफ बता रहा है.

laborers of Jharkhand likely to be stranded in Malaysia
मलेशिया में फंसे तीन मजदूर
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Published : Jul 22, 2020, 7:57 PM IST

बगोदर, गिरिडीह: बगोदर प्रखंड और आसपास के क्षेत्रों के प्रवासी मजदूरों का विदेशों में फंसे होने का मामला लगातार सामने आ रही है. इससे प्रवासी मजदूरों सहित उनके परिजन भी डरे-सहमे रहते हैं. मलेशिया में तीन मजदूरों के फंसे होने का मामला एक बार फिर सामने आया है. बगोदर प्रखंड के पोखरिया के मलेशिया में मजदूरी करने गए तीन युवकों का घर-परिवार से पिछले एक सप्ताह से संपर्क नहीं हो पा रहा है. इससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है.

बताया जा रहा कि तीनों युवकों का मोबाइल एक सप्ताह से बंद रह रहा है. परिजनों के अनुसार तीनों युवकों से परिजनों की आखिरी बात 14 जुलाई को हुई थी, उसके बाद से मोबाइल ऑफ बता रहा है. परिजनों को इस बात की संभावना है कि वीजा की अवधि समाप्त होने पर तीनों वहां फंस सकते हैं. मलेशिया में चिंतामणि महतो, निर्मल महतो एवं लाल किशुन महतो का परिजनों से एक सप्ताह से संपर्क नहीं हो पा रहा है. मलेशिया में फंसे चिंतामणि महतो के भतीजा दिनेश कुमार ने बताया कि तीनों से परिजनों की आखिरी बात 14 जुलाई को हुई थी. उसके बाद से किसी से बातचीत नहीं हो पाई है. तीनों का मोबाइल भी बंद बता रहा है.

ये भी पढे़ं- प्रवासी मजदूरों को 'रास' नहीं आ रही राज्य सरकार की योजनाएं, फिर से कर रहे पलायन

तीन महीने की टूरिस्ट वीजा में तीनों मलेशिया गए थे और एक साल हो गए. ऐसे में पुलिस के द्वारा पकड़े जाने की भी संभावना जताई जा रही है. इधर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली ने बताया कि वीजा अवधि समाप्त होने पर संभवतः जेल में बंद हो सकते हैं. चूंकि मलेशिया में इस तरह के कई मामले पूर्व में भी सामने आ चुके हैं. बताया कि तीनों मजदूर एक साल पूर्व हीं रोजी-रोजगार को लेकर मलेशिया रूख किए थे. वहां तीनों कार वाशिंग का काम करते हैं.

बगोदर, गिरिडीह: बगोदर प्रखंड और आसपास के क्षेत्रों के प्रवासी मजदूरों का विदेशों में फंसे होने का मामला लगातार सामने आ रही है. इससे प्रवासी मजदूरों सहित उनके परिजन भी डरे-सहमे रहते हैं. मलेशिया में तीन मजदूरों के फंसे होने का मामला एक बार फिर सामने आया है. बगोदर प्रखंड के पोखरिया के मलेशिया में मजदूरी करने गए तीन युवकों का घर-परिवार से पिछले एक सप्ताह से संपर्क नहीं हो पा रहा है. इससे परिजनों की चिंता बढ़ गई है.

बताया जा रहा कि तीनों युवकों का मोबाइल एक सप्ताह से बंद रह रहा है. परिजनों के अनुसार तीनों युवकों से परिजनों की आखिरी बात 14 जुलाई को हुई थी, उसके बाद से मोबाइल ऑफ बता रहा है. परिजनों को इस बात की संभावना है कि वीजा की अवधि समाप्त होने पर तीनों वहां फंस सकते हैं. मलेशिया में चिंतामणि महतो, निर्मल महतो एवं लाल किशुन महतो का परिजनों से एक सप्ताह से संपर्क नहीं हो पा रहा है. मलेशिया में फंसे चिंतामणि महतो के भतीजा दिनेश कुमार ने बताया कि तीनों से परिजनों की आखिरी बात 14 जुलाई को हुई थी. उसके बाद से किसी से बातचीत नहीं हो पाई है. तीनों का मोबाइल भी बंद बता रहा है.

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तीन महीने की टूरिस्ट वीजा में तीनों मलेशिया गए थे और एक साल हो गए. ऐसे में पुलिस के द्वारा पकड़े जाने की भी संभावना जताई जा रही है. इधर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकंदर अली ने बताया कि वीजा अवधि समाप्त होने पर संभवतः जेल में बंद हो सकते हैं. चूंकि मलेशिया में इस तरह के कई मामले पूर्व में भी सामने आ चुके हैं. बताया कि तीनों मजदूर एक साल पूर्व हीं रोजी-रोजगार को लेकर मलेशिया रूख किए थे. वहां तीनों कार वाशिंग का काम करते हैं.

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