जमुआ , गिरिडीहः देवरी थाना पुलिस ने दिल्ली से फर्जी एटीएम एवं सिम कार्ड लेकर आए तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. तीनों साइबर अपराधियों ने अज्ञात व्यक्ति से दिल्ली में 60 हजार रुपये देकर फर्जी एटीएम एवं सिम कार्ड हासिल किया था. पुलिस के मुताबिक पकड़ाए आरोपी जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव निवासी मोबिन अंसारी के लिए काम करते हैं. मोबिन ने ही इन्हें कार से दिल्ली भेजा था और 13 फर्जी एटीएम कार्ड एवं 12 फर्जी सिम कार्ड लेकर दिल्ली से लौट रहे थे.
साइबर थाना प्रभारी सहदेव प्रसाद ने बताया कि देवरी थाना प्रभारी अनुप रोशन भैंगरा के बयान पर इस मामले में साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. गिरफ्तार आरोपियों के अलावा मोबिन अंसारी को प्राथमिकी में नामजद अभियुक्त बनाया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के कमलपुर गांव निवासी शमीम अंसारी, पहाड़पुर गांव निवासी मो. अफरोज एवं धरमपुर गांव निवासी कमालउद्दीन अंसारी उर्फ कमाल शामिल हैं. इन तीनों को सोमवार को कोविड और मेडिकल जांच के बाद अदालत में प्रस्तुत किया गया. जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में केंद्रीय कारा गिरिडीह भेज दिया गया. गिरफ्तार साइबर आरोपियों के पास से 45 हजार नकद, मोबाइल, फर्जी सिम कार्ड, फर्जी एटीएम कार्ड आदि बरामद किया गया है.
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कैसे हुई गिरफ्तारी
प्राथमिकी में देवरी थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा ने कहा है कि वरीय पदाधिकारी द्वारा सूचना दी गई थी कि जमुई (बिहार) की ओर से एक सफेद रंग का कार आ रही है. इस कार में कुछ साइबर अपराधी बैठे हैं. इनके पास फर्जी एटीएम और सिम कार्ड हैं. ये लोग सोशल इंजीनियरिंग का प्रयोग कर आम बैंक ग्राहकों को एटीएम कार्ड का ब्लॉक होने एवं वेरिफिकेशन करने के नाम पर अपने आपको बैंक अधिकारी/मैनेजर होने का विश्वास दिलाकर एटीएम कार्ड नंबर, एटीएम पिन नंबर एवं अन्य निजी जानकारी प्राप्त कर साइबर ठगी एवं धोखाधड़ी कर बैंक ग्राहकों के एकाउंट से पैसा गायब करते हैं. सूचना पर तत्काल देवरी थाना क्षेत्र के सुखलजोरिया मोड़ के पास वाहन चेकिंग की गई. सुबह सवा नौ बजे कार जमुई की तरफ से आती दिखाई दी. जब पुलिस बल द्वारा उसे रूकने का इशारा किया तो चालक चकमा देकर भागने का प्रयास किया. हालांकि जवानों ने कार को रोक लिया.