गिरिडीह: देवरी के भेलवाघाटी पंचायत के पंचायत सचिव विजय राम भदानी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. इस घटना में शामिल एक महिला और दो लोगों को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है. तीनों ने इस हत्याकांड की जो कहानी पुलिस को बताई है वह सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे.
एसपी अमित रेणु ने दी जानकारी
गिरफ्तार महिला ने ही विजय को शारीरिक संबंध बनाने की बात कहकर झांसे में लेकर भेलवाघाटी के घाटा पहाड़ी क्षेत्र में मेन रोड के पास में एक खुले मैदान में बुलाया था. जिस खुले मैदान में विजय को बुलाया गया था वहां छोटे-बड़े 7-8 सौ चट्टान हैं. इन्हीं चट्टानों के बीच पहले से ही महिला का पहला प्रेमी राजू यादव (जमुई जिले के चरकापत्थर थाना क्षेत्र के विशनपुर निवासी) और राजू का दोस्त चरकापत्थर थाना क्षेत्र के ही बरमोरिया गांव के रामकु हांसदा उर्फ राजेश उर्फ राकेश उर्फ बहिरा के साथ कुछ अन्य लोग छिपकर बैठा हुआ था. 23 अगस्त की शाम 7:30 से 8 बजे के बीच विजय शारीरिक संबंध बनाने की नियत से मिलने आया. यहां पर पूर्व से घात लगाकर बैठे राजू, रमकु और अन्य ने विजय को बड़े-बड़े पत्थरों के बीच गिरा दिया और उसका हाथ बांधकर वहीं पर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी. विजय की सिर पर जिस पत्थर से वार किया गया वह इतना बड़ा था कि एक ही हमले में पंचायत सचिव का सिर क्षत विक्षत हो गया और खून के छींटे लगभग चार मीटर तक फैल गए. शव को जब्त करने जब पुलिस वारदात स्थल पर पहुंची तो अधिकारी स्तब्ध रह गए. इस गिरफ्तारी और पूरे घटना की जानकारी एसपी अमित रेणु ने बुधवार को प्रेसवार्ता में दी है.
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महिला का राजू और विजय दोनों से थे अवैध संबंध
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार महिला ने स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि इनका अवैध संबंध पिछले 8-10 सालों से राजू यादव के साथ चल रहा था. एक कांड में राजू के जेल चले जाने के बाद पंचायत कार्य को लेकर उसकी पहचान विजय के साथ हुई. इसके बाद उन दोनों की बातचीत होने लगी और दोनों एक दूसरे के साथ समय-समय पर मिलने जुलने लगे. मिलने से मना करने और अवैध संबंध बनाने से इनकार करने पर विजय उसे धमकी देता कि पंचायत का कोई काम नहीं देंगे. इंदिरा आवास भी नहीं बनने देंगे. राजू के जेल से आने के बाद उसे उन दोनों के अवैध संबंध की जानकारी हो गई. इसके बाद राजू उसे प्रताड़ित करने लगा. बहुत दिनों से राजू उसे विजय को शारीरिक संबंध बनाने के बहाने किसी एकांत स्थान पर बुलाने और वहां पर उसकी हत्या करने की बात कह रहा था.
राजू और राजेश का रहा है आपराधिक इतिहास
एसपी ने बताया कि राजू और राजेश का आपराधिक इतिहास रहा है. राजू भेलवाघाटी थाना कांड संख्या 07/13 और देवरी थाना कांड संख्या 31/12 में जेल जा चुका है. ये दोनों नक्सल कांड है. इसके अलावा चरकापत्थर, चकाई, सोनो समेत अन्य थाना में इसके खिलाफ कांड दर्ज हैं. राजेश भी कुख्यात नक्सली सिधो कोड़ा के दस्ते का सदस्य रहा है और नक्सल मामले में जेल गया है.
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क्या है पूरा मामला
एसपी ने बताया कि 24 अगस्त को भेलवाघाटी थाना में सुखदेव राम भदानी ने छोटे भाई पंचायत सचिव विजय राम भदानी के 23 अगस्त शाम 7 बजे गरंग घाट से लापता होने की शिकायत की. मामला उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र से सरकारी कर्मचारी के लापता होने का रहने के कारण इसे गंभीरता से लिया गया. तत्काल एसडीपीओ खोरीमहुआ नवीन कुमार सिंह की अगुवाई में एसआईटी का गठन कर लापता व्यक्ति की बरामदगी और कांड उद्भेदन का निर्देश दिया गया. इसके बाद एसआईटी ने भेलवाघाटी, देवरी और तिसरी थाना क्षेत्रों के साथ-साथ बिहार बार्डर से लगे जंगली क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया. इसी दौरान तकनीकी शाखा से मिले विशेष इनपुट के आधार पर महिला के घर पर पुलिस ने छापेमारी की. यहां से राजू यादव को पकड़ा गया. इसके बाद महिला और राजू से गहन पूछताछ की गई. पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि 23 अगस्त को ही उन दोनों ने अपने सहयोगी राजेश हांसदा और अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर विजय को मार दिया. इसके बाद एसआईटी ने राजेश हांसदा को तिसरी थाना क्षेत्र के जमुनियाटांड़ से गिरफ्तार कर लिया.
एक ही साथ नक्सली दस्ते में रहा है राजू और राजेश
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार राजेश ने पूछताछ में विजय की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की है. उसने बताया है कि राजू यादव बार-बार फोन कर उसे बुला रहा था. राजू के बुलावे पर वह बाइक से भेलवाघाटी घाटा पहाड़ी पहुंचा था. राजू उसके साथ नक्सली दस्ते में एक साथ काम कर चुका है. घाटा पहाड़ी में राजू के अलावा एक महिला और तीन-चार अन्य लोग पहले से थे. थोड़ी देर बाद महिला विजय को फोन करके बुलाई. उसके आने के बाद राजू और अन्य लोग मिलकर पत्थर से कुचलकर उसे मार दिया.
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क्या-क्या हुआ बरामद
पुलिस ने राजेश हांसदा के पास से घटना में प्रयुक्त बिना नंबर का बाइक, राजू के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल और राधिका के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किया है. इसके अलावा घटनास्थल से विजय का शव, चश्मा, चप्पल और दो मोबाइल बरामद किया है.
टीम के अधिकारी
एसआईटी में एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह के अलावा इंस्पेक्टर विनय कुमार राम, परमेश्वर लियांगी, भेलवाघाटी थाना प्रभारी जे खान, तिसरी थाना प्रभारी उत्तम उपाध्याय, देवरी थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा, लोकाय नयनपुर थाना प्रभारी सुरेश लिंडा के अलावा प्रशिक्षु अवर निरीक्षक साधन कुमार, रौशन कुमार, नीतीश कुमार, सअनि दिंदर उरांव, जुलियस बेक, तकनीकी शाखा के जोधन महतो, पीतांबर पांडेय, एसडीपीओ के अंगरक्षक के साथ भेलवाघाटी, तिसरी, देवरी थाना के जवान शामिल थे.