पूर्णिया: झारखंड के गिरिडीह सदर अस्पताल से फरार छात्र का पता चल गया है. सोमवार को कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज इलाज के दौरान फरार हो गया था. कोयरीडीह सोनबाद स्थित सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करने वाले छात्र का पता चल गया है. मिली जानकारी के अनुसार छात्र गिरिडीह से भाग कर अपने गृह जिला पूर्णिया स्थित सदर अस्पताल चला आया था. जहां के दौरान उसमें कोरोना वायरस का कोई भी लक्षण नहीं पाया गया.
परिजनों के साथ भाग निकला था छात्र
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज को इलाज के लिए झारखंड के गिरिडीह सदर अस्पताल पहुंचाया गया था. जहां, डॉक्टरों ने उसे जांच के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया था. सदर अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ घंटे बाद उसके परिजन सदर अस्पताल पहुंचे. मौका देखकर वह परिजनों के साथ भाग निकला था.
'कोरोना वायरस का कोई भी लक्षण नहीं'
बता दें कि छात्र गिरिडीह से सीधे पूर्णिया सदर अस्पताल पहुंचा. जहां, उसे कोरोना संदिग्ध के तौर पर भर्ती कर लिया गया. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन मधुसूदन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक इंद्र नारायण और डॉ. प्रेम कुमार की टीम ने क्लीनिकल जांच में जितेंद्र कुमार को स्वस्थ पाया. इसके साथ ही छात्र को तमाम न्यूज चैनलों पर कोरोना सस्पेक्ट के रूप में प्रदर्शित किए जा रहे खबर का खंडन करते हुए डॉ. मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि जितेंद्र में कोरोना वायरस का कोई भी लक्षण नहीं है.
'पुष्टी होने के बाद भी नहीं मिली छुट्टी'
वहीं, मीडिया से नाराज जितेंद्र कुमार ने कहा कि परीक्षा को लेकर गिरिडीह गया था. रास्ते में भारी बारिश के कारण तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद गिरिडीह सदर अस्पताल गया. जहां आइसोलेशन वार्ड में रखा गया. साथ ही कोरोना लक्षण न होने के बाद भी छुट्टी नहीं दी गई. जिस वजह से वह अभिवावकों के साथ पूर्णिया सदर अस्पताल आ गया.