गांडेय, गिरिडीह: बेंगाबाद प्रखंड मुख्यालय के सभागार में पंचायत समिति सदस्यों की बैठक प्रखंड प्रमुख मीना देवी की अध्यक्षता में चल रही थी. सदन के आरम्भ होते ही दोनों गुटों के बीच हंगामा शुरू हो गया (clashed in panchayat samiti meeting in giridih). उप प्रमुख शबा अंजुम और उनके समर्थकों का आरोप है कि सदन में बैठने के दौरान ही प्रमुख द्वारा कुछ पंचायत समिति सदस्यों को अपमानित किया गया और योजनाओं के चयन में भी पक्षपात किया गया है. इसी विरोध में बैठक का बहिष्कार कर उप प्रमुख अपने समर्थकों के साथ सभा कक्ष के बाहर धरने पर बैठ गईं और प्रमुख के खिलाफ खूब नारेबाजी की गई.
उप प्रमुख शबा अंजुम एवं उनके समर्थकों का आरोप है कि सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बैठने के दौरान ही प्रमुख द्वारा कुछ पंचायत समिति सदस्यों को चिन्हित कर अपमानित किया गया. कुर्सी पर बैठने के बाद प्रमुख द्वारा उन्हें उठाकर पीछे बैठने को कहा गया. वहीं सदन में योजनाओं के चयन में भी प्रमुख ने अपनी मनमानी दिखाई और उप प्रमुख एवं उनके समर्थकों की अनदेखी की गई. आरोप है कि प्रमुख द्वारा पहले ही अपने समर्थकों के क्षेत्र के अनुसार ही योजनाओं का चयन कर सूची बनाया गया और बीडीओ को सौंप उसे पारित करने की घोषणा की गई. इसी का विरोध करने पर प्रमुख मीना देवी अपना धौंस दिखाने लगीं.
बताया गया कि पंचायत समिति के लिए इस वित्तीय वर्ष में 21 लाख रुपये का फंड प्राप्त हुआ है. इसी राशि को खर्च करने के लिए योजनाओं का चयन किया जाना है. योजनाओं के चयन में प्रमुख मीना देवी सिर्फ अपने समर्थकों के क्षेत्र से योजनाओं का चयन कर बहुमत से पारित करने की बात कह रही हैं. जबकि उप प्रमुख एवं उनके समर्थकों का मांग है कि योजनाओं के चयन में सभी पंचायत समिति सदस्यों को अधिकार मिलना चाहिए.
इधर, पूरे मामले पर प्रमुख मीना देवी ने कहा कि योजनाओं का चयन 18 पंचायत समिति सदस्यों के बहुमत से किया गया है. जबकि तेरह पंचायत समिती सदस्य ने समर्थन नहीं किया है. उन्होंने कहा कि सदन में बहुमत द्वारा योजनाओं को पारित किया गया है. बेवजह हंगामा कर माहौल खराब किया जा रहा है. बैठने के दौरान अपमानित करने की बात पर उन्होंने कहा कि सीटिंग अरेंजमेंट की गई है. वहीं उन्होंने उप प्रमुख एवं उनके समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराने की बात कही.
इधर, इस पूरे मामले पर बेंगाबाद बीडीओ मो कय्यूम अंसारी ने कहा कि बैठक में विषयवार चर्चा पदाधिकारियों के साथ चल रही थी. योजनाओं के चयन को लेकर प्रमुख एवं उप प्रमुख द्वारा दो अलग अलग सूची उपलब्ध कराई गई है. इसी बात को लेकर दोनों में सहमति नहीं बनी और बात हंगामे में तब्दील हो गया. उन्होंने कहा कि योजनाओं के चयन को लेकर वरीय अधिकारियों से निर्देश मांगा जाएगा। जिसके बाद योजनाओं को पारित किया जाएगा. बीडीओ ने बताया कि बैठने को लेकर प्रमुख महोदया द्वारा सीटिंग अरेंजमेंट कर लिस्ट दिया गया था. जिसके अनुसार बैठने की बात पर पंचायत समिति सदस्यों ने विरोध जताया.
बहरहाल, पंचायत समिति की बैठक में हंगामा और पक्ष विपक्ष की भूमिका में उतरी प्रमुख और उप प्रमुख का पांच साल का कार्यकाल कैसा बीतेगा यह आने वाला समय तय करेगा. मगर बैठक के दौरान दोनों समर्थकों में भिड़ंत की चारो तरफ किरकिरी हो रही है.