गिरिडीह/डुमरी: जिले के कुलगो इलाके में स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने सड़क जाम कर दिया, जिसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जाम हटाने के लिए लाठीचार्ज किया.
जीटी रोड सिक्स लेन निर्माण कार्य के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा दिए बगैर और बिना किसी पूर्व सूचना के जबरन निर्माण कार्य में लगी कंपनी द्वारा घरों को तोड़ा जा रहा था. जिसके विरोध में आक्रोशित लोगों ने बुधवार को कुलगो के पास जीटी रोड जाम कर दिया. जाम के कारण जीटी रोड के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई थी.
बता दें कि कुलगो चौक के समीप सिक्स लेनिंग कार्य के लिए 13 घरों को हटाया जाना था. इस दौरान निर्माण कार्य में लगी कंपनी के कर्मियों ने कुलगो निवासी संजय भगत, गुलाम रसूल और सुफेरा खातून के घरों को तोड़ दिया. जेसीबी से घर को ढहाता देख कर ग्रामीण आक्रोशित हो गये और बिना मुआवजा दिये बगैर घर को तोड़े जाने के विरोध में जीटी रोड जाम कर दिया.
ग्रामीणों का आरोप था कि उनकी जमीन का आज तक मुआवजा नहीं दिया गया है. इस बरसात में किसी पूर्व सूचना घर तोड़ देने से उनके समक्ष सिर छिपाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. जाम की सूचना मिलते ही डुमरी अनुमंड पदाधिकारी प्रेमलता मुर्मू, सीओ रविभूषण प्रसाद, डुमरी थाना प्रभारी अशोक प्रसाद दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. इसके बाद ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. उनके नहीं मानने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर जाम कर किया.
ग्रामीणों का कहना था की सड़क चौडीकरण में जिन-जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की गई है उनमें से कई लोगों को मुआवजा नहीं मिला है. इस पर अनुमंडलाधिकारी प्रेमलता मुर्मू ने कहा कि आज जिन 13 घरों को तोड़ जाना था उसका मुआवजा मिल चुका है. एक घर सरकारी जमीन पर बना है उसे आंशिक क्षति पहुंची है उसका मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जाएगा. इधर, डुमरी सीओ का कहना था कि गिरिडीह के कुलगो मौजा में एनएचट-2 में सड़क के दोनों तरफ अधिग्रहण का मामला था जिसका भुगतान हो गया है. उन्हीं घरों को हटाया गया है.