गिरिडीह: डायन बिसाही प्रताड़ना के आरोपों से घिरे जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता कामेश्वर पासवान की मुश्किलें बढ़ सकती है. उनपर कानूनी शिकंजा भी कसा जा सकता है. इस मामले में कामेश्वर और उनके भाई मुकेश पासवान को पुलिस ने नोटिस थमाया है और एक सप्ताह के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा है.
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जानकारी के अनुसार एक महिला ने जिला परिषद उपाध्यक्ष समेत अन्य पर डायन प्रताड़ना का गम्भीर आरोप लगाया था. इन आरोपों की जांच शुरू की गई. कांड का अनुसंधान सदर एसडीपीओ अनिल सिंह ने किया. जांच में मामले को सत्य पाया गया. जिसके बाद अग्रतर कार्यवाई का निर्देश कांड के अनुसंधानकर्ता गुरुचरण मांझी को दिया गया. गुरुचरण मांझी ने कामेश्वर और उनके भाई मुकेश को नोटिस थमाया है. बताया जाता है कि एक सप्ताह के अंदर जब दोनों भाई अपना पक्ष रख देंगे तो उसके बाद ही पुलिस आगे की कार्यवाई करेगी.
वरीय अधिकारियों से गुहार
कामेश्वर पासवान ने कहा कि उनपर लगा आरोप पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद है. एक राजनीतिक षडयंत्र के तहत उन्हें फंसाया जा रहा है. रास्ते के विवाद में गलत मुकदमा कर दिया गया है. उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग जिले के एसपी से की है. उन्हें भरोसा है कि वरीय अधिकारी जांच करेंगे तो मामला साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि उनका परिवार पढ़ा लिखा है और कभी भी किसी महिला के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं कर सकता.
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क्या है प्राथमिकी
महिला ने अपने आवेदन में कहा है कि 15 अक्टूबर को कामेश्वर और उनके घर के अन्य सदस्य घर में घुस आए और डायन कहकर प्रताड़ित किया. कामेश्वर की पत्नी और मां ने कैंची से बाल काटने का भी प्रयास किया. महिला ने कामेश्वर पासवान के परिवार पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया है.