गिरिडीह: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महेशलुण्डी के रंजीत साव (ग्राफिक्स डिजाइनर) की हत्या बकाया रुपये मांगने पर उसके दोस्त ने अपने रिस्तेदार के साथ मिलकर कर दी थी. रंजीत लगातार धोबीडीह के जावेद से अपना बकाया दो लाख रुपये मांग रहा था. जावेद ने हत्या में अपने चचेरे भाई धोबीडीह के मो. मोकिम अंसारी को 20 हजार देने की बात कहकर उसका भी सहयोग लिया था. रंजीत साव की हत्या में गिरफ्तार मो. मोकिम ने पुलिस पूछताछ में हत्या करने की पूरी कहानी बयां किया है.
मोकिम ने पुलिस को बताया है कि 17 दिसंबर की संध्या को जावेद उसे उसके घर से लिया था और गांधी चौक स्थित एक सैलून आया. सैलून में काम करने वाले सद्दाम नाम के व्यक्ति से उसका फोन लेकर कॉल किया. सद्दाम के फोन से बात करने के थोड़ी देर बाद रंजीत वहां अपने बाइक से आया. इसके बाद जावेद और रंजीत आपस में बात करने लगे. इस बीच वह भी उन लोगों के पास पहुंचा. इस पर रंजीत ने जावेद से उसके बारे में भी पूछा कि वह भी राजा बंगला पार्टी में चलेगा. इसके बाद रंजीत ने जावेद से कहा कि वह बदडीहा में होटल में मुर्गा बनाकर रखे.
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होटल में बनी हत्या करने की साजिश
मोकिनम ने पुलिस को बताया कि वे लोग कोलडीहा से मुर्गा लेकर उसे बनाने के लिए बदडीहा के एक होटल में आ गया. यहीं पर जावेद ने उसे बताया कि रंजीत को मार देगें तो उसका दो लाख रुपया बच जाएगा. बताया कि कमिटी का पैसा उसके पास बकाया है और रंजीत लगातार मांग रहा है. जावेद ने उसे 20 हजार रुपये देने की बात कहकर हत्या करने में सहयोग मांगा. इस पर वह भी तैयार हो गया और हत्या करने की योजना बन गई. मोकिम ने पुलिस को बताया है कि संध्या लगभग सवा छह बजे रंजीत होटल पहुंचा. इसके बाद रंजीत और वह बदडीहा स्थित शराब दुकान गया. तीन केन बीयर और दो डिस्पोजल ग्लास लेकर वापस होटल आया. उसके बाद जावेद बना हुआ मुर्गा उसे और रंजीत को देकर कहीं चला गया. इसके बाद रंजीत और वह संध्या लगभग सात बजे पार्टी करने के लिए राजा बंगला पहुंचे.
बियर पिलाकर कर दिया मदहोश
मोकिम ने पुलिस को बताया कि रंजीत और उसके पहुंचने के थोड़ी देर बात जावेद राजा बंगला पहुंचा. उसके बाद तीनों मिलकर ऊपर छत पर गए और बैठकर मुर्गा बीयर खाने-पीने लगे. खाने-पीने के क्रम में प्लान के मुताबिक रंजीत को अधिक मात्रा में बियर पिलाया गया. जब उसे नशा हो गया तो वह सिगरेट पीते हुए मोबाइल चलाने लगा. इसी दौरान उसका चचेरा भाई जावेद उसे आंखों से इशारा करते हुए सतर्क किया और मौका पाकर बगल में पड़े दिवाल का बड़ा टुकड़ा (सिमेंट ईंट का) को अचानक से उठाकर रंजीत के बीच माथा में मारा, जिससे रंजीत अचैत हो गया फिर जावेद दोबारा पत्थर को उठाकर मारा तो रंजीत का सिर फट गया और वह वहीं लुढ़क कर कराहते हुए छटपटाने लगा.
छत से नीचे धकेल दिया
इसके बाद जावेद रंजीत के पॉकेट से उसका पर्स, मोबाइल और गाड़ी का चाबी ले लिया. इसके बाद रंजीत को वे लोग उठाकर साइड में ले गए और छत से नीचे धकेल दिया. इसके बाद जावेद रंजीत का बाइक और वह जावेद का बाइक लेकर करिहारी पहुंचा. यहां पर रंजीत के बाइक को जावेद एक गड्ढे में छुपा दिया. उसके बाद रंजीत के मोबाइल को वहां पर झांड़ी में फेंक दिया. यहां से बाद वे दोनों रात लगभग साढ़े आठ बजे अपने घर चले आए.