गिरिडीहः कोरोना लहर के बीच 22 अप्रैल से प्रदेश में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. ऐसे में दूसरे प्रदेश में रह रहे लोग भी वापस आ रहे हैं. ज्यादातर लोग बसों से वापस आ रहे हैं. जो लोग बस से वापस आ रहे हैं उनकी जांच के लिए गिरिडीह बस पड़ाव में किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है. बुधवार की सुबह गिरिडीह बस पड़ाव में यही स्थिति देखने को मिली. यहां पश्चिम बंगाल के कोलकाता से पहुंची तीन बसों से काफी संख्या में यात्री गिरिडीह बस पड़ाव में उतरे लेकिन इन यात्रियों की जांच के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी. सुबह 4 से 5 बजे तक पहुंची इन बसों से उतरे यात्रियों में से कई ने मास्क भी नहीं पहना था. बस से उतरने के बाद भीड़ लगाते हुए यात्री अपने-अपने गंतव्य को चले गए.
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इस मामले को लेकर जिला परिषद उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि संक्रमण फैले नहीं इसके लिए बस पड़ाव में यात्रियों के स्वास्थ्य की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेश से आ रहे लोगों की जांच से पता चलेगा कि कौन कोरोना पॉजिटिव है. इसके बाद स्थिति को सुधारने में सहायता मिलेगी.
हर दिन शहर में चल रहा मास्क चेकिंग अभियान
शहरी इलाके में नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी और ट्रैफिक इंस्पेक्टर की ओर से हर रोज वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाता है. इसका असर शहर में देखने को मिल रहा है. अब जरूरत है बस पड़ाव में भी चेकिंग अभियान के साथ-साथ यात्रियों के स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था करने की ताकि कोरोना की लड़ाई को सभी जीत सकें.