गिरिडीह: मुफस्सिल थाना अंतर्गत कालिका कुंज कॉलोनी में रहने वाली विवाहिता की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझ गयी है. विवाहिता सुविति कुमारी की मौत सामान्य मौत नहीं थी, बल्कि उसकी निर्ममता से हत्या की गयी थी. इस घटना को उसके पति जयशंकर बालाजी ने ही अंजाम दिया था. घटना के पीछे पति-पत्नी में अविश्वास ही कारण था. घटना को अंजाम कैसे दिया गया इसकी जानकारी जयशंकर ने पुलिसिया पूछताछ में उगला है.
शक की बुनियाद पर तैयार हुई हत्या की पृष्ठभूमि
पुलिसिया पूछताछ में बिहार के भोजपुर जिले के पीरो थाना इलाके के तिवारीडीह निवासी फाइनेंसकर्मी जयशंकर ने पूरी कहानी बतायी है. बताया कि 02 जून 2017 को उसकी शादी बिहार के आरा निवासी सुविति के साथ हुई थी. शादी के बाद से ही उसे शक था कि उसकी पत्नी फोन पर किसी पराये युवक से बात करती है. लॉकडाउन में भी उसकी पत्नी लगातार फोन पर चिपकी रहती और दूसरे युवक से बात करती थी. घटना की रात भी इसी तरह की कहासुनी हुई उसके बाद उसने गला दबाकर अपनी पत्नी की हत्या कर दी.
कैसे हुआ खुलासा
दरअसल, सोमवार को गिरिडीह में फाइनेंस कंपनी एचबीडी में कार्यरत जयशंकर मुफस्सिल थाना पहुंचा था और यहां पर एक आवेदन देते हुवे बताया कि रविवार की देर रात को उसकी पत्नी की सामान्य मौत हो गयी. उसने शव को भोजपुर ले जाने की इजाजत मांगी थी. इस दौरान प्रशिक्षु आईपीएस मुकेश लुनायत, पुलिस निरीक्षक रत्नेश मोहन ठाकुर को जयशंकर की बात पर विश्वास नहीं हुआ.
ये भी पढ़ें- कोरोना को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं ये वॉलंटियर्स, लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पढ़ा रहे पाठ
पुलिस ने मृतका के शव को देखा तो गर्दन पर मोटा काला दाग मिला. इसके बाद एसआई हेमा कुमारी, एएसआई एनके मिश्रा और प्रवीण कुमार को कालिका कुंज कॉलोनी स्थित उस मकान में भेजा गया, जहां किराया पर सुविति और उसका पति अपनी 14 माह की दुधमुंही बच्ची के साथ रहता था. यहां से पुलिस ने एक बेल्ट बरामद किया. इसके बाद मृतका के पति से पूछताछ की गयी.
मामले पर पुलिस निरीक्षक रत्नेश मोहन ठाकुर ने कहा कि शक के कारण ही जयशंकर ने अपनी पत्नी की निर्मम हत्या की थी. इस मामले में जयशंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुवे जेल भेजा गया है.