गिरिडीह: तिसरी प्रखंड रखवा अभ्रक खदान में अवैध खनन के दौरान हुए हादसे में दो गरीब मजदूर की मौत के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. इस मामले में लोकाय नयनपुर थाना पुलिस कांड के एक अभियुक्त कारू वर्णवाल को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि अभी भी इस मामले के चार बड़े नामजद कामेश्वर भारती, पिंटू वर्णवाल, शैलेंद्र प्रसाद, मुन्ना मोदी फरार बताए जा रहे हैं. इस मामले पर क्षेत्र के सर्किल इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी का कहना है अवैध खनन में दो की मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी चल रही थी. एक को पकड़ा गया है बाकी भी पकड़े जाएंगे.
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माइका खदान में हादसा
2 मार्च को तिसरी प्रखंड अंतर्गत मनसाडीह पंचायत के सक्सेकिया जंगल के पास रखवा माइका खदान में अवैध तौर पर अभ्रक निकालने के क्रम में हादसा हो गया था. इस खदान में हुए धंसान में दो युवक सतीश कुमार और रंजीत राय लगभग 500 फीट नीचे दब गए थे. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसपी अमित रेणू ने सख्त कार्यवाई के संकेत दिए थे. दोनों अधिकारियों के निर्देश पर तीन एफआईआर दर्ज की गई.
परिजनों को प्रलोभन देने का प्रयास
कहा जा रहा है कि एफआईआर तो दर्ज कर ली गयी लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए इन माफियाओं ने पैतरेबाजी भी शुरू कर दी थी. मृतक के परिजनों को प्रलोभन देने का प्रयास किया जा रहा है. इतना ही नहीं कारू वर्णवाल की ओर से परिजनों को चेक भी दिया गया है.
मौत की कीमत लगाई गयी 50 हजार
दोनों मृत युवकों की कीमत भी इन माफियाओं ने लगा दी थी. माफियाओं ने मौत की कीमत 50-50 हजार लगाई थी. इसकी जानकारी जब एसपी को लगी तो उन्होंने पदाधिकारियों को साफ कहा कि नामजदों की हर हाल में गिरफ्तारी होनी चाहिए. जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी की और कारू को गिरफ्तार कर लिया.