गिरिडीह: लव-कुश जयंती समारोह में रविवार को डॉ. जगदीश प्रसाद कुशवाहा, पूर्व सांसद रीतलाल प्रसाद वर्मा और पूर्व सांसद टेकलाल महतो की प्रतिमा का अनावरण गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने किया. जबकि कार्यक्रम में कई क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले समाज के लोगों को सम्मानित भी किया गया.
शिक्षा के क्षेत्र में आना होगा आगे
शहर के सिहोडीह स्थित कुशवाहा छात्रावास में आयोजित लव-कुश जयंती समारोह की अध्यक्षता पूरन महतो ने की. जबकि बतौर मुख्य अतिथि यूपी के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा मौजूद थे. कार्यक्रम में पिछड़ों का आरक्षण बढ़ाने की मांग की गयी. गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की स्थिति अत्यंत दयनीय है. यहां क्षेत्र का विकास बिल्कुल नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की जनता के विकास के लिए यहां शिक्षण संस्थान खोला. ताकि इस क्षेत्र के किसानों को अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों में नहीं भेजना पड़े. लव-कुश समाज के विकास के लिए इस समाज के सभी लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे आना होगा.
अपना सांसद और विधायक बनाना होगा
मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि लव-कुश समाज को डॉ. जगदीश प्रसाद कुशवाह, रीतलाल प्रसाद वर्मा और टेकलाल महतो ने उर्जा प्रदान कर सींचा था. उनके विचारों पर चलकर ही यह समाज यहां तक पहुंचा है. अब इसे आगे ले जाने के लिए हर जगह अपना सांसद और विधायक बनाना होगा.
आंदोलित है यहां की जनता
लव-कुश जयंती समारोह में मुख्य अतिथि यूपी के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि देश में आरक्षण की शुरूआत 1902 में ही हो गयी थी. उस समय कोल्हापुर के राजा ने अपने राज्य में 90 प्रतिशत आरक्षण आदिवसियों, दलितों और पिछड़ों को दिया था. उन्होंने कहा कि झारखंड में पिछड़ों का आरक्षण 27 प्रतिशत से 14 प्रतिशत कर दिए जाने पर यहां की जनता आंदोलित है.
अशिक्षा और दहेज है समस्या की मूल जड़
इस मौके पर बगोदर विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि राज्य की कुल आबादी का 54 प्रतिशत भाग पिछड़ों का है. लेकिन इनका आरक्षण मात्र 14 प्रतिशत है, पूर्व पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण मिलता था. इसके लिए जोरदार आंदोलन की जरूरत है. प्रणव वर्मा ने कहा कि दहेज के कारण भ्रूण हत्याएं होती है. समाज की मूल समस्या का जड़ अशिक्षा और दहेज ही है.
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
लव-कुश जयंती समारोह कार्यक्रम का संचालन मुन्ना कुशवाहा और दिगंबर प्रसाद दिवाकर ने संयुक्त रूप से किया. जबकि कार्यक्रम को संयोजक विनय सिंह, अर्जुन प्रसाद वर्मा, तारकेश्वर प्रसाद वर्मा, रामपति कुशवाहा, हाकिम महतो, सत्यदेव प्रसाद कुशवाहा, इंद्रलाल वर्मा, जयप्रकाश वर्मा, जमुना महतो, महेंद्र प्रसाद वर्मा, ओमप्रकाश महतो समेत कई लोगों ने संबोधित किया. कार्यक्रम में रीतलाल प्रसाद वर्मा, दिनेश वर्मा, राजू महतो, राजेश वर्मा, भूषण वर्मा, बसंत वर्मा, अशोक वर्मा समेत बङी संख्या में लोग मौजूद थे.