गिरिडीहः बगोदर प्रखंड के दोंदलो स्थित उत्क्रमित हाई स्कूल. यह स्कूल कहने को लेकर सरकारी स्कूल है. लेकिन निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहा है. उत्क्रमित हाई स्कूल भवन की दीवार पर आकर्षक पेंटिंग के साथ साथ जागरूक करने वाले स्लोगन लिखे गए हैं, इसके साथ ही स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए शुद्ध पेयजल, छात्राओं के लिए चेजिंग रूम, दिव्यांगों के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था मुहैया कराई गई है.
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स्कूल में सभी मूलभूत सुविधाएं शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन समिति की तत्परता की वजह से पूरी की जा सकी है. स्कूल परिसर की बेहतर साफ-सफाई के साथ-साथ अच्छी बागवानी से सजाया गया है. यही वजह है कि स्कूल को मुख्यमंत्री विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार से नवाजा गया है.
स्कूल परिसर को चारों ओर से घेराबंदी की गई है ताकि बाहरी लोग बेवजह प्रवेश नहीं कर सकें. विद्यालय परिसर में प्रवेश के लिए सिर्फ एक मेन गेट है. स्कूल परिसर में एक ओर गार्डन है, जिसमें पेड़-पौधे लगाये गए हैं. स्कूल भवन की दीवार को भी एक्सप्रेस ट्रेन और लोकल ट्रेन का लुक दिया गया है, जो काफी आकर्षक है. स्कूल परिसर साफ-सुथरा रहे इसे लेकर पेवर ब्लॉक लगाये गए है. इसके साथ ही शिक्षक, छात्र और छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की गई है.
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रयाग प्रसाद कहते हैं कि बेहतर व्यवस्था के लिए 2020 में विद्यालय को दो लाख रुपए पुरस्कार स्वरूप मिला था. मुख्यमंत्री विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार से मिली राशि और 14वीं वित्त से आवंटित राशि से मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई गईं. विधालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मीतलाल महतो ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ साथ शिक्षक और समिति सदस्यों की सोच से स्कूल में सभी सुविधायें मुहैया कराई गई है.