गिरिडीहः केंद्र सरकार के किसान कानून के खिलाफ पिछले 11 महीने से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इस कानून को वापस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज भारत बंद का आह्वान किया है. इसका समर्थन विभिन्न दलों ने किया है. रविवार की शाम को ही इस बंद के समर्थन में मशाल जुलूस निकाला गया था. इस जुलूस में जेएमएम, कांग्रेस, भाकपा माले के अलावा विपक्षी दल भी शामिल थे. इस जुलूस को लेकर दंडाधिकारी द्वारा नगर थाना में एफआईआर दर्ज की गई है. कोविड गाइडलाइन उल्लंघन को लेकर दर्ज की गई प्राथमिकी में जुलूस में शामिल महागठबंधन के सभी दलों के जिलाध्यक्ष को नामजद किया गया है. इस प्राथमिकी की पुष्टि डीएसपी संजय राणा और नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी ने की है.
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दूसरी तरफ बंद को देखते हुए गिरिडीह में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. शहरी इलाके में डीएसपी संजय राणा और नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी दलबल के साथ डटे रहे. जबकि शहर से सटे इलाके में एसडीपीओ अनिल सिंह के निर्देशन में मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम, गांडेय इंस्पेक्टर रत्नेश मोहन ठाकुर, पचंबा थाना प्रभारी नीतीश कुमार क्षेत्र में सक्रिय हैं. दूसरी तरफ जमुआ क्षेत्र में इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह, बगोदर में एसडीपीओ नौशाद आलम, डुमरी में इंस्पेक्टर आदिकांत महतो के नेतृत्व में अधिकारी और जवान क्षेत्र में तैनात दिखे. अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है.
वहीं भारत बंद का गिरिडीह में असर देखा जा रहा है. यहां बंद के समर्थन में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, भाकपा माले सड़क पर उतर आए हैं. सभी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार विरोधी नारे लगाए और बसों के परिचालन को रोकने की कोशिश की. सुबह 4 बजे ही जेएमएम और कांग्रेस समर्थक गिरिडीह रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां पर प्रदर्शन किया गया. यहां के बाद जेएमएम जिलाध्यक्ष संजय सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा और सतीश केडिया के साथ सैकड़ों समर्थक और नेता बस पड़ाव पहुंचे. यहां गिरिडीह से रांची जा रही बस को रोका गया. वहीं ट्रकों और ट्रैक्टर को रोककर मार्ग पर परिचालन बाधित कर दिया गया. जबकि पेट्रोल पंप को बंद करवाया गया.